20 को किसान आयकॉन्स पुरस्कारों का वितरण
जिले के 5 प्रगतिशील किसान होंगे सम्मानित
* छ. शिवाजी महाराज लोकविद्यापीठ का उपक्रम
* पत्रवार्ता में दी गई आयोजन की जानकारी
अमरावती/दि.8 – केंद्र सरकार की ‘आत्मा’ नीति के तहत खेती-किसानी के क्षेत्र में प्रगतिशीलता के साथ काम करते हुए क्रांतिकारक परिणाम देने वाले किसानों को ऑनर ऑफ सोशल सायंस इन एग्रीकल्चर इस मानद पदवी से सम्मानित करते हुए उन्हें किसान आयकॉन्स पुरस्कार प्रदान किया जाता है. इस वर्ष अमरावती जिले में इस पुरस्कार के लिए 5 प्रगतिशील किसानों को चुना गया है. जिन्हें आगामी 20 फरवरी को सुबह 11 बजे दुर्गापुर स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में समारोहपूर्वक सम्मानित किया जाएगा. इस आशय की जानकारी यहां बुलाई गई पत्रवार्ता में छत्रपति शिवाजी महाराज लोकविद्यापीठ द्बारा दी गई.
जिला मराठी पत्रकार संघ के मराठी पत्रकार भवन में बुलाई गई पत्रवार्ता में लोकविद्यापीठ के महासंचालक डॉ. मंगेश देशमुख द्बारा बताया गया कि, इस वर्ष अमरावती जिले में भातकुली तहसील अंतर्गत टाकरखेडा शंभू निवासी पुर्णिमा विजय सवई व अभिजीत रमेशचंद्र देशमुख, चांदूर रेल्वे तहसील अंतर्गत कारला निवासी राजीव ज्ञानेश्वर खरबडे, पलसखेड निवासी विनोद नवरंग ढगे, अंजनगांव सुर्जी तहसील अंतर्गत जवर्डी निवासी देवीदास ढोक व ज्ञानेश्वर नथ्थुजी पायघन इन 5 किसानों को किसान आयकॉन पुरस्कार के लिए चुना गया है. जिन्हें आगामी 20 फरवरी को आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में राज्य के पूर्व कृषि मंत्री व राज्यसभा सांसद डॉ. अनिल बोंडे, शिक्षक विधायक किरण सरनाइक तथा मध्यप्रदेश के पंचायत राज मंत्री रामखिलावन पटेल के हाथों समारोहपूर्वक सम्मानित किया जाएगा. इस पत्रवार्ता में यह भी बताया गया कि, खेती किसानी के साथ अत्याधुनिक तकनीक, ज्ञान व कौशल्य को जोडते हुए किसानों की आय बढाने और उनके जीवन स्तर को उंचा उठाने के लिए छत्रपति शिवाजी महाराज लोकविद्यापीठ द्बारा सतत प्रयास किया जाता है और इस लोकविद्यापीठ को पूरे देश में जनशिक्षा हेतु गैर सरकारी सामाजिक संस्था के तौर पर ख्याती व प्रतिष्ठा प्राप्त है.
इस पत्रवार्ता में लोकविद्यापीठ के महासंचालक डॉ. मंगेश देशमुख के साथ ही प्रा. नरेंद्र राउत व प्रा. गंगाधरराव नाखले उपस्थित थे.