प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हस्ते मदद निधि का वितरण
पीएम केअर फॉर चिल्डे्रन : जिले के 15 बालकों को 2 करोड 25 लाख का लाभ

* कोरोना काल में अनाथ हुए बालकों को मदद
अमरावती/दि.30– कोरोना आपत्ति में कईयों का जीवन बदल गया. कोरोना काल में कई लोगों ने अपने परिवार के सदस्यों को खोया, उनका दुख शब्दों में बया करना संभव नहीं है. लेकिन परोपकार की नीति पर चलने वाला भारत देश व शासन यंत्रणा कोरोना पीडितों के साथ पूर्ण क्षमता से खडी है. कोरोना पीडितों ने अपना मनोबल मजबूत रखकर उज्वल भविष्य का नियोजन करना चाहिए, इसके लिए सरकार हमेशा उनके साथ रहेगी. यह विश्वास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यक्त किया. आज प्रधानमंत्री के हस्ते पीएम केअर फॉर चिल्ड्रेन योजना अंतर्गत कोविड काल में दोनों पालक गवाने वाले बच्चों के लिए मदद निधि का वितरण किया गया. इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने ऑनलाइन संवाद साधकर संपूर्ण देश में एक साथ मदद निधि का वितरण किया. जिसके तहत अमरावती जिले के 15 बालकों को 2 करोड 25 लाख रुपए का निधि वितरित किया गया है.
जिला प्रशासन के मार्गदर्शन में महिला व बालकल्याण विभाग द्बारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. कार्यक्रम मेें प्रभारी जिलाधीश अविश्यांत पंडा, महिला व बालविकास उपायुक्त सुनिल शिंगणे, जिला महिला व बालविकास अधिकारी डॉ. उमेश टेकाडे, जिला बाल संरक्षण अधिकारी अजय डबले, बाल कल्याण समिति सदस्य अंजली घुलक्षे, महावीर वासनिक एड. उज्वला श्रीराव, विधि अधिकारी एड. सीमा भाकरे आदि उपस्थित थे. ऑनलाइन मार्गदर्शन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, पालक गवा चुके बालकों के दुख की भरपाई तो नहीं हो सकती, लेकिन इन बालकों के सामने जो समस्याएं है, उनका निराकरण करने के लिए शासन कटीबद्ध है. ऐसे बालकों के शिक्षा, स्वास्थ्य व निवास की व्यवस्था शासन द्बारा की जा रही है. बच्चों के भविष्य का विचार कर सरकार ने यह योजना लाई है. बालकों का मार्गदर्शन करने के लिए उनके परिजन व शिक्षक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है. उनके मार्गदर्शन का लाभ लेकर अपने पालकों का सपना पूर्ण करने की भावनिक अपील भी प्रधानमंत्री ने की.
कोरोना महामारी में दोनों पालक गवाने वाले बच्चों को पीएम केअर फॉर चिल्ड्रेन निधि से 10 लाख रुपए की मदद की जा रही है. अमरावती जिले में कोरोना से मरने वालों की संख्या 1 हजार 625 है. इनमें से 460 बालकों के माता या पिता की मौत हुई है, तो 15 बच्चों ने माता व पिता दोनों को गवाया है, ऐसे बच्चों का संगोपन का नियोजन सरकार ने किया है. जिसके तहत इन बच्चों को 23 वर्ष आयु तक मासिक छात्रवृत्ति की व्यवस्था की गई है, उसी प्रकार आयुष्मान भारत योजना के तहत बच्चों को 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य बिमा दिया जा रहा है. इस बीमें की किश्त पीएम केअर फंड से भरी जाएंगी. इसी के साथ ही सभी शैक्षणिक सुविधाएं भी सरकार द्बारा मुहैय्या करायी जाएंगी. इस योजना अंतर्गत अमरावती जिले के 15 बालकों के लिए 2 करोड 25 लाख रुपए का वितरण प्रधानमंत्री के हस्ते किया गया. इसमें 7 बालक व 8 बालिकाओं का समावेश है. संबंधित छात्रों को पासबुक व आयुष्यमान भारत- प्रधानमंत्री जनस्वास्थ्य योजना अंतर्गत स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया गया. इन बच्चों के नाम से डाक घर में 10 लाख रुपए डिपॉझिट किये गये है. छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए यह डिपॉझिट रकम काम आएंगी. संबंधित बालकों को इससे पहले ही 50 हजार रुपए सानुग्रह निधि का वितरण किया गया है. कार्यक्रम में केंद्रीय महिला व बालकल्याण मंत्री स्मृति ईरानी ने भी मनोगत व्यक्त किया. राज्य व केंद्र शासित प्रदेश के मंत्री सदस्य व विधायक इस ऑनलाइन कार्यक्रम में शामिल थे.