अमरावती

आत्महत्याग्रस्त किसान परिवार की महिलाओं को धनादेश वितरण

संगाबा विद्यापीठ अध्यासन केन्द्र के नाम फाउंडेशन का उपक्रम

अमरावती/ दि. 5-विदर्भ के किसानों द्बारा आत्महत्या की गई थी. जिसमें उनकी विधवा पत्नियों को संगाबा विद्यापीठ अध्यासन केन्द्र के नाम फाउंडेशन की ओर से आयोजित कार्यक्रम में 25 हजार रूपये का धनादेश प्रदान किया गया. इस अवसर पर कुलगुरू डॉ. दिलीप मालखेडे के हस्ते 28 विधवा महिलाओं को धनादेश का वितरण किया गया. इस समय समन्वयक वसंत जोशी, गजानन काले, कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख, अध्यासन केन्द्र प्रमुख डॉ. दिलीप काले, जनसंपर्क अधिकारी डॉ. विलास नांदुरकर तथा महिलाएं बडी संख्या में उपस्थित थी.
इस अवसर पर कुलगुरू डॉ. दिलीप मालखेडे ने कहा कि विदर्भ में बडे प्रमाण में किसान आत्महत्या हो रही है. यवतमाल जिला आत्महत्याग्रस्त है. यहां बडी संख्या में किसानों द्बारा आत्महत्या की गई. आत्महत्या करनेवालों में पुरूषों की संख्या सर्वाधिक है. पुरूषों की अपेक्षा महिला अधिक मेहनती है और हिम्मतवाली है. उन्हें 25 हजार रूपये की मदद दी जा रही है. जिससे वे अपना छोटा मोटा व्यवसाय शुरू करें और सभी महिलाएं अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे.
नाम फाउंडेशन के नाना पाटेकर तथा मकरंद अनासपुरे की अगुवाई में फाउंडेशन को निधि की मदद की जाती है. यह निश्चित संत गाडगे बाबा की दशसूत्री द्बारा दु:खी व निराशों को हिम्मत देनेवाला कार्य है. कुलसचिव डॉ. तुषार देशमुख ने कहा कि नाम फाउंडेशन का काम बडा है. फाउंडेशन द्बारा किसानों की विधवाओं को जो आर्थिक मदद दी जा रही है. जिससे वे अपने पैरों पर खडी रह सकती है और व्यवसाय शुरू कर अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे सकती है.
नाम फाउंडेशन द्बारा आयोजित कार्यक्रम में सर्वप्रथम संत गाडगे बाबा की प्रतिमा का अभिवादन कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई और उसके पश्चात कुलगुरू डॉ. दिलीप मालखेडे के हस्ते 28 विधवाओं को धनादेश का वितरण किया गया तथा कुलगुरू डॉ. दिलीप मालखेडे का संत गाडगेबाबा की दशसूत्री का संदेश देकर सत्कार किया गया. कार्यक्रम का संचालन ज्योत्स्ना मेहकरे ने किया तथा आभार गजानन काले ने माना. कार्यक्रम में अमरावती व भातकुली तहसील की विधवा महिलाएं व ग्रामवासी उपस्थित थे.

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