कोरोना महामारी पर जिला प्रशासन का २६.२५ कारोड का खर्च
सितंबर माह में सर्वाधिक ९.२६ करोड खर्च
-
जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने दी जानकारी
अमरावती प्रतिनिधि/दि.२४ – कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा की गई विविध उपाय योजनाओं के तहत जिला प्रशासन द्वारा २६.२५ करोड रुपए खर्च किए गए. जिसमें सर्वाधिक खर्च ९.२६ करोड सितंबर माह में आया. ऐसी जानकारी जिलाधिकारी शैलेश नवाल (Collector Shailesh Naval) द्वारा दी गई. जिला प्रशासन ने कडी मेहनत कर जिले में संक्रमण को नियंत्रतीत करने में सफलता प्राप्त की. जिसके लिए जिला प्रशासन को करोडो रुपए खर्च करने पडे.
अप्रैल से अक्तूबर इन सात महीनों में २६ करोड २५ लाख ४४ हजार ४७ रुपए खर्च करने की जानकारी जिलाधिकारी द्वारा दी गई. जिसमें उन्होंने बताया कि, पिछले सात महीनों में सर्वाधिक खर्च सितंबर माह में ९ करोड २६ लाख रुपए जिला प्रशासन को आया. कोरोना का पहला मरीज ४ अप्रैल को हाथीपुरा में पाया गया था. उसके पश्चात धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण ने संपूर्ण जिले को जकड लिया था. सात माह की अवधी में कोरोना बाधितों की संख्या १५ हजार के ऊपर चली गई.
कोरोना के बढते प्रादुर्भाव को लेकर २३ मार्च से जिला लॉकडाउन कर दिया गया था. जिसमें जिला प्रशासन द्वारा की गई उपाय योजना के तहत कोरोना मरीजों के थ्रोट स्वैब जांच व पॉजीटिव मरीजों के इलाज के लिए विविध सुविधाएं प्रदान करने का कार्य जिला प्रशासन द्वारा किया जा रहा था. जिला प्रशासन के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य से संबंधित कार्य किए जा रहे थे. जिला प्रशासन को अब तक उपाय योजना के तहत संभावित २६ करोड २५ लाख ४४ हजार ४७ रुपए का खर्च आया. ऐसी जानकारी जिलाधिकारी शैलेश नवाल ने दी.
कोरोना मुक्ति की राह पर जिला
जिले में कोरोना पीडितों की संख्या अब दिनों दिन कम हो रही है. कोरोना परीक्षण की संख्या में भी कमी आयी है, किंतु कोरोना खत्म नहीं हुआ. आगामी त्यौहारो व उत्सवों के दिनों में नागरिक अनावश्यक भीड से बचे. जिससे संख्या मे ंऔर भी कमी आएगी. वर्तमान परिस्थिति में हम कोरोना मुक्ति की राह पर है.
-शैलेश नवाल,
जिलाधिकारी अमरावती