अमरावती/ दि. 15 – जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक एडीसीसी के 571 सेवा सहकारी सोसायटी पर 300 करोड रूपए बकाया होने से अनिष्ट हेड की दिक्कत हो गई है. इसे दूर करने के लिए संचालक समिति स्थापित की गई है. इस समिति की घोषणा अध्यक्ष तथा विधायक ओम प्रकाश बच्चू कडू ने वार्षिक आमसभा में की थी. यह समिति प्रदेश की कुछ संस्थाओं को भेंट देगी. ऐसी समस्या से संस्थाओं ने कैसे निपटा, इसका हल खोजने का प्रयत्न होगा. वसूली के लिए अलग- अलग उपाय योजना की जायेगी. संचालकों को अध्ययन दौरे से अनेक नई बातें सामने आयेगी. जिला बैंक को किसानों की बैंक के रूप में देखा जाता है. 40% से अधिक खाते किसानों के होते है. उसी प्रकार छोटे गांवों के किसानों को पत आपूर्ति सेवा सहकारी सोसायटी के मार्फत होती है. सोसायटी के सचिव उसका हिसाब किताब रखते है. लेखा विभाग का अनुभव न रहने से अथवा अन्य कारणों से जमा और खर्च की बैलेंस शीट नहीं मिलान कर रही. अत: जिला बैंक को सोसायटी से देय रकम अटकी पडी है. बैंक ने वन टाइम सेटलमेंट सहित ब्याज दर में कमी के प्रस्ताव पर विचार शुरू किया है.
* अन्य बैंकों का दौरा
गठित समिति में पदाधिकारी और अधिकारियों का समावेश है. यह समिति अन्य जिला बैंक और संस्थाओं का दौरा कर उनके उपायों का अध्ययन करेगी. वह उपाय जिला बैंक में क्रियान्वित करने पर विचार होगा. समिति ने सत्तारूढ और विपक्ष दोनों ओर के संचालक शामिल है. नाबार्ड और राज्य की विविध सबसिडी योजनाओं का भी अध्ययन होगा.
* नेर पिंगलाई शाखा का आदर्श
एडीसीसी के विशेष कार्य अधिकारी राजेंद्र बकाल ने नेर पिंगलाई की सेवा सहकारी सोसायटी का आदर्श अपनाने का आवाहन किया है. बकाल के अनुसार प्रत्येक सोसायटी को बैंक का बकाया लौटाने अपनी आय बढाने के उपाय अपनाने चाहिए. जिस तरह नेर पिंगलाई ने किया है. इस सोसायटी ने विविध कामों के माध्यम से आय बढाई है. जिसे पूरे प्रदेश के लिए मिसाल बताया जा रहा है.