अमरावती/दि.26– जिला परिषद के कार्यकाल की अवधि लगभग खत्म होने में है. किंतु अब भी सर्कल रचना की कार्रवाई ठंडे बस्ते में पडी है. निर्वाचन आयोग की ओर से इसे लेकर कोई स्पष्ट निर्देश नहीं आने के चलते अब तक सर्कल रचना की कार्रवाई पूर्ण नहीं हुई. ऐसे में जिला परिषद में सदस्य संख्या बढेगी या पहले की तरह ही रहेगी, इसे लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा है.
बता दें कि, जिले का मिनी मंत्रालय कही जाती जिला परिषद के कार्यकाल की अवधि आगामी मार्च माह में खत्म होनेवाली है. जिसे ध्यान में रखते हुए चुनाव संबंधी हलचलें तेज हो गई है. साथ ही कई इच्छुक भी अपने काम पर लग गये है. उधर जिले के दर्यापुर, चांदूर बाजार, चिखलदरा, अचलपुर, वरूड तथा धारणी आदि तहसीलों में कई गांवों का पुनर्वसन अन्यत्र हुआ है. जिसके चलते कई सर्कल में जनसंख्या कम हो गई है, वहीं अन्य सर्कल में जनसंख्या बढ गई है. मेलघाट व्याघ्र प्रकल्प के कई गांवोें का पुनर्वसन अचलपुर, चांदूर बाजार व मोर्शी तहसीलों में हुआ है. ऐसी परिस्थिति में जिला परिषद के चुनाव से पहले इन तहसीलों में सर्कल पुनर्रचना का संकेत निर्वाचन आयोग द्वारा दिया गया था. जिसे लेकर एक पत्र भी जारी किया गया था. जिसके चलते जिला परिषद की मौजूदा 59 सदस्य संख्या के बढकर 65 होने की संभावना जताई जा रही है. किंतु अब तक इसे लेकर कोई कार्रवाई शुरू नहीें की गई है. जिससे सर्कल रचना का काम अधर में लटका पडा है. वहीं दूसरी ओर अब तक सर्कल रचना को लेकर कोई सूचना प्रसिध्द नहीं होने के चलते अपना मौजूदा सर्कल रहेगा अथवा नहीं इस द्विधा मनस्थिति से कई जिप सदस्य व चुनाव लडने के इच्छुक जूझ रहे है. जो फिलहाल वेट एन्ड वॉच की भुमिका अपनाये हुए है.