अमरावती

जिला सामान्य अस्पताल ही बीमार

एक-एक बेड के लिए करनी पड़ रही जद्दोजहद

* मेडिकल स्टॉप के छूट रहे पसीने

अमरावती/दि.१३- इस समय शहर सहित जिले में लगातार बदल रहे मौसम, सतत हो रही बारिश तथा चहूंओर फैली गंदगी के चलते मच्छरों व विषाणुओं का प्रादुर्भाव काफी अधिक हो गया है और कई तरह की संक्रमक बीमारियों पांव पसार रही है. जिसके चलते बड़ी संख्या में लोगबाग इन बीमारियों के चपेट में आ रहे है. जिनमें छोटे बच्चों की संख्या सबसे अधिक है. ऐसे अधिकांश मरीजों को ईलाज हेतु जिला सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है. ऐेसे में मरीजों की लगातार बढती भीड़ के चलते जिला सामान्य अस्पताल में व्यवस्था चरमराने लगी है. क्योंकि यहां पर अब मरीजों के लिए बेड कम पड़ने लगे है. साथ ही मरीजों की लगातार बढती भीड़ के चलते जिला सामान्य अस्पताल के मेडिकल स्टॉप को काफी दौडभाग करनी पड़ रही है.
मिली जानकारी के मुताबिक जिला सामान्य अस्पताल के बाह्य रूग्ण विभाग में मरीजों की स्वास्थ्य जांच व ईलाज हेतु सुबह ८ से दोपहर २ बजे का समय निर्धारित है. किंतु यहां पर नियमित डॉक्टर व मेडिकल स्टॉप की उपस्थिति नहीं रहती. वही आकस्मिक वार्ड मेंं केवल एक ही डॉक्टर उपलब्ध है. ऐसे में यहां मनुष्य बल की काफी कमी देखी जाती है. इस संदर्भ में प्रस्ताव भेजे जाने के बावजूद वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों की संख्या को बढ़ाया नहीं गया. ऐसे में फिलहाल कार्यरत स्टॉप से ही जैसे तैसे काम चलाना पड़ रहा है. वहीं जिला सामान्य अस्पताल के २७५ सामान्य बेड व ५ आयसीयू बेड भी अब मरीजों की संख्या के सामने कम पडने लगे है और एक ही बेड पर २ से ३ मरीजों को लिटाकर उनका ईलाज किया जा रहा है. इसके साथ ही जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित उपजिला अस्पतालों व ग्रामीण अस्पतालो में भी स्वास्थ्य सुविधाएं बेहद कम है. जिसके चलते ग्रामीण क्षेत्र के मरीज भी ईलाज के लिए जिला सामान्य अस्पताल में भी आ रहे है.

 अस्पताल में साफ सफाई की व्यवस्था का भी अभाव

इस अस्पताल में मरीजों की सेवा हेतु केवल ८६ नर्स कार्यरत है. साथ ही डॉक्टरों की संख्या भी बेहद अत्यल्प है. साथ ही अस्पताल में सफाई कर्मियों की संख्या भी बेहद कम है. इसकी वजह से वार्ड के स्वच्छतागृह में नियमित साफ सफाई नहीं हो पाती और चहूंओर गंदगी पसरी रहती है. जिसकी वजह से अस्पताल में ही लोगों के बीमार होने का काफी अधिक खतरा व्याप्त कहा जा सकता है और फिलहाल इस अस्पताल को ही बीमार कहा जा सकता है.

 

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