छह माह में सर्पदंश के 342 मरीजों को जीवनदान देने में जिला अस्पताल सफल
लोगों के विश्वास को कायम रखने के प्रति हमेशा कटिबद्ध
अमरावती/दि.5-जनवरी से जून इन छह महीनों मे जिले के 569 नागरिक सर्पदंश का शिकार हुए थे. जिनमें से 344 मरीजों को जिला सामान्य रुग्णालय में उपचार हेतु भर्ती करवाया गया.उसमें से 342 मरीजों को जीवनदान देने में जिला अस्पताल सफल रहा. अस्पताल के अधिकारियों ने बताया कि, इर्विन अस्पताल पर कई गरीब व जरूरतमंद नागरिकों का विश्वास कायम है और जिला अस्पताल हमेशा अपनी उत्कृष्ट सेवा देकर उनके विश्वास को कायम रखने के प्रति हमेशा कटिबद्ध है.
सरकार द्वारा आमजनों को मुफ्त उपचार देने हेतु लाखों रुपए खर्च किए जाते है. सभी सरकारी अस्पतालों में हर छोटी बड़ी बीमारी का मुफ्त इलाज किया जाता है. अमरावती शहर में जिला अस्पताल में हर दिन सैकडों मरीज मुफ्त उपचार से लाभ उठाते है. तो वहीं सैकडो पर सफल उपचार किया जाता है. अस्पताल में ग्रामीण क्षेत्रों से भी हजारो मरीज अस्पताल में आते है. लेकिन कुछ मामले में इर्विन अस्पताल के सफल कार्यों को छोड कर केवल बदनाम करने का काम भी अंजाम दिया जाता है. विगत बुधवार को अस्पताल के आईसीयू विभाग में एक ही समय मे सर्पदंश के 3 मरीजों की मौत हो गई थी, जिसके बाद परिजनों द्वारा भारी हंगामा अस्पताल परिसर में देखने को मिला. लेकिन इस मामले में जब संबंधितों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि, हर अस्पताल में हर मुमकिन कोशिश कर उन्हें बचाने का प्रयास किया गया. अगर लापरवाही अस्पताल द्वारा होती तो विगत माह सर्पदंश के एक ही समय में 3 मरीजों को जीवनदान कैसे मिलता. हाल ही में एक आदिवासी युवती को भी सर्पदंश के जहर से बचाया गया था.