अमरावती

जिला अस्पताल के शौचालय की फैला रहे बीमारियां

इलाज के लिए भर्ती होने वाले मरीज व उनके परिजन पड रहे बीमार

* हर वार्ड के शौचालयों में जबर्दस्त गंदगी
* नि:शुल्क इलाज के चलते अस्पताल में बढ रही भीड
* साफ-सफाई की ओर अस्पताल प्रबंधन की अनदेखी
अमरावती/दि.23– स्थानीय जिला सामान्य अस्पताल में रोजाना ही सैकडों मरीज स्वास्थ्य जांच एवं इलाज के लिए पहुंचते है. जिसके चलते जहां एक ओर अस्पताल के बाह्यरुग्ण विभाग में स्वास्थ्य जांच हेतु आने वाले मरीजों की अच्छी खासी संख्या रहती है. वहीं दूसरी ओर अस्पताल के आंतररुग्ण विभाग में इलाज हेतु भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या में भी अच्छा खासा इजाफा हो रहा है. ऐसे सभी मरीजों और उनके परिजनों को उम्मीद रहती है कि, अस्पताल में मिलने वाले इलाज के चलते मरीज की बीमारी पूरी तरह से ठीक हो जाएंगी. परंतु अस्पताल के कई वार्डों की शौचालय की यहां पर आने वाले मरीजों व उनके परिजनों में बीमारी फैलाने का काम कर रहे है. क्योंकि अधिकांश वार्डों के शौचालय गंदगी व बदबू से भरे हुए है. जिनकी साफ-सफाई की ओर अस्पताल प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. ऐसे में इलाज हेतु बनाया गया जिला सामान्य अस्पताल ही बीमारियां फैलाने वाला अड्डा बनता दिखाई दे रहा है.
बता दें कि, विगत 15 अगस्त से सरकारी अस्पताल में सभी तरह के इलाज की सुविधा नि:शुल्क हो गई है. जिसके चलते जिला सामान्य अस्पताल में इलाज हेतु आने वाले मरीजों की संख्या अच्छी खासी बढ गई है. सामान्य स्थिति में भी जिला सामान्य अस्पताल में उपलब्ध रहने वाले बेड की तुलना में यहां पर इलाज हेतु भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या अधिक हुआ करती थी. जिसमें अब और भी अधिक इजाफा हो गया है. ऐसे में अस्पताल एवं परिसर की साफ-सफाई की ओर ध्यान दिया जाना बेहद जरुरी है. परंतु जिला सामान्य अस्पताल में स्वच्छता कर्मचारियों के कई पद रिक्त पडे हुए है. जिसकी वजह से अस्पताल के शौचालयों व स्वच्छतागृहों की नियमित तौर पर साफ-सफाई नहीं हो पा रही. जिसके चलते जिला सामान्य अस्पताल के अधिकांश वार्डों में शौचालय गंदगी से भरे पडे है.
* 700 मरीजों की रोजाना ओपीडी
जिला सामान्य अस्पताल में इन दिनों दैनिक ओपीडी काफी अधिक बढ गई है. अस्पताल के बाह्य रुग्ण विभाग में रोजाना 700 से अधिक मरीज अपनी स्वास्थ्य जांच के लिए पहुंच रहे है. जिनमें से कई मरीजों को इलाज व चिकित्सा की जरुरत रहने के चलते अस्पताल के अलग-अलग वार्डों में भर्ती कराया जाता है.
* हर तरह का इलाज नि:शुल्क
राज्य सरकार के आदेशानुसार 15 अगस्त से सभी सरकारी अस्पतालों में सभी तरह की स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह से नि:शुल्क कर दी गई है. जिसके चलते सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों की संख्या भी काफी अधिक बढ गई है.
* इन वार्डों में इलाज के साथ बीमारी भी मुफ्त
– जनरल वार्ड क्रमांक-6
जिला सामान्य अस्पताल के जनरल वार्ड क्रमांक-6 में हमेशा ही अन्य वार्डों की तुलना में भर्ती रहने वाले मरीजों की संख्या काफी अधिक रहती है और ज्यादातर समय इस वार्ड से क्षमता से अधिक मरीज भर्ती रहते है. इस वार्ड का शौचालय हमेशा ही गंदा पडा रहता है. जिसकी वजह से शौचालय की दुर्गंध वार्ड में भी फैलती रहती है. जिससे यहां पर भर्ती रहने वाले मरीजों और उनके परिजनों के साथ ही यहां पर काम करने वाले मेडिकल स्टाफ को भी काफी समस्याओं व दिक्कतों का सामना करना पडता है. साथ ही इस वार्ड में प्रवेश करते समय नाक पर रुमाल रखकर ही आना-जाना करना पडता है.
– जनरल वार्ड क्रमांक-8
वार्ड क्रमांक-6 की तरह जनरल वार्ड क्रमांक-8 में भी मरीजों की संख्या काफी अधिक रहती है. इस वार्ड के शौचालय में भी हमेशा गंदगी और दुर्गंध भरी रहती है. साथ ही कुछ दिन पहले ही इन शौचालयों में शराब की खाली बोतलों का ढेर भी बरामद हुआ था. शौचालयों की ऐसी दयनिय स्थिति की वजह से इन वार्डों में भर्ती रहने वाले मरीज और उनके परिजनों के साथ-साथ यहां पर काम करने वाले मेडिकल स्टाफ के लोगों के बीच किसी भी संक्रामक बीमारी के फैलने का खतरा होता है.
– अस्पताल में उपलब्ध रहने वाले चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के जरिए अस्पताल की नियमित तौर पर साफ-सफाई करवाई जाती है. इसके साथ ही मरीजों व उनके परिजनों को भी शौचालय व स्वच्छता गृह का प्रयोग करते समय साफ-सफाई संबंधित नियमों का पालन करने हेतु कहा जाता है. कई बार मरीज व उनके परिजनों द्बारा साफ-सफाई संबंधित नियमों की अनदेखी की जाती है. जिसकी वजह से शौचालयों व स्वच्छतागृहों में गंदगी होती है.
– डॉ. दिलीप सौंदले,
जिला शल्यचिकित्सक,
जिला सामान्य अस्पताल, अमरावती.

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