जिला वकील संघ के चुनावी नतीजों में बडा उलटफेर
एड. नीता तिखिले दो वोट से निर्वाचित हुई उपाध्यक्ष
*एड. नीता तिखिले दो वोट से निर्वाचित हुई उपाध्यक्ष
* इससे पहले एड. राउत को किया गया था विजेता घोषित
* पुनर्मतगणना में पराजीत प्रत्याशी तिखिले रही 2 वोट से आगे
* कुल तीन बार किया गया वोटों और गिनती का हिसाब
* सचिव पद पर एड. उमेश इंगले की जीत बरकरार
अमरावती/दि.12 – जिला वकील संघ के चुनाव 29 मार्च को हुए थे और उसी दिन चुनाव के नतीजे भी घोषित हुए थे, लेकिन सचिव एवं उपाध्यक्ष पद के नतीजों को लेकर पराजित प्रत्याशियों द्बारा आपत्ति दर्ज कराई गई थी. तब से यह मामला लगातार अधर में चल रहा था. पश्चात कल मंगलवार 11 अप्रैल की शाम जिला वकील संघ के चुनाव में उपाध्यक्ष व सचिव पद हेतु पडे वोटों की दुबारा गिनती की गई और बेहद उत्कंठा भरे क्लाईमेक्स की तरह इस पूरे घटनाक्रम का पटापेक्ष हुआ. जब सचिव पद पर तो एड. उमेश इंगले की जीत बरकराकर रही. वहीं उपाध्यक्ष पद के नतीजे में ऐन समय पर काफी बडा उलटफेर हो गया. इससे पहले उपाध्यक्ष पद के चुनाव में एड. एन. डी. राउत को विजेता घोषित किया गया था और एड. नीता तिखिले दूसरे स्थान पर थी. लेकिन वोटों की दुबारा गिनती होने पर एड. नीता तिखिले को एड. एन. डी. राउत से दो वोट ज्यादा मिले. जिसके चलते पुनर्मतगणना पश्चात एड. नीता तिखिले को जिला वकील संघ के चुनाव में उपाध्यक्ष पद पर विजेता घोषित किया गया. वहीं इससे पहले 29 मार्च को विजेता घोषित किए एड. एन. डी. राउत अब चुनाव हारकर दूसरे स्थान पर चले गए है.
उल्लेखनीय है कि, वकील संघ के चुनाव का नतीजा घोषित होते ही सचिव पद के चुनाव मेें दूसरे स्थान पर रहने वाले एड. वसूसेन देशमुख तथा उपाध्यक्ष पद के चुनाव में दूसरे स्थान पर रहने वाली एड. नीता तिखिले द्बारा वोटों की गिनती के हिसाब किताब को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई गई और दुबारा मतगणना करने की मांग उठाई गई. जिसके बाद जिला वकील संघ द्बारा वोटों की दुबारा गिनती करने हेतु तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था. इस समय तक विजेता प्रत्याशियों ने स्थानीय अदालत में ही पुनर्मतगणना के फैसले के खिलाफ याचिका दायर की थी. जिस पर सुनवाई के बाद अदालत ने अगले आदेश तक रिकाउंटींग करने को लेकर स्थगनादेश जारी किया था. ऐसे में रिकाउंटींग के काम को कुछ समय के लिए रुका गया था. पश्चात कल दोपहर बाद अदालत से अनुमति मिलने पर एक बार फिर उपाध्यक्ष व सचिव पद के लिए पडे वोटों की गिनती की गई. जिसमें उपाध्यक्ष पद के चुनाव में एड. नीता तिखिले को 535, एड. एन. डी. राउत को 533 व एड. इमरान नुरानी को 71 वोट मिले. जिसके चलते दो वोटों की लीड से एड. नीता तिखिले उपाध्यक्ष पद के चुनाव में विजेता घोषित की गई. जबकि इससे पहले उपाध्यक्ष पद पर एड. एन. डी. राउत निर्वाचित घोषित किए गए थे. जिन्हें उस समय 538 वोट प्राप्त हुए थे. वहीं उनकी निकटतम प्रतिद्बंदी एड. श्रीमती एन. एस. तिखिले को 530 वोट मिले थे और तीसरे स्थान पर रहने वाले एड. इमरान नुरानी ने 71 वोट हासिल किए थे. लेकिन पुनर्मतगणना के बाद पहले व दूसरे स्थान हेतु पडे वोटों में काफी उलटफेर नजर आया और उपाध्यक्ष पद का चुनावी नतीजा ही पूरी तरह से बदल गया.
इसके अलावा इससे पहले सचिव पद पर एड. उमेश इंगले को निर्वाचित घोषित किया गया था. जिन्हें 600 वोट प्राप्त हुए थे. वहीं उनके निकटतम प्रतिद्बंदी एड. वसूसेन देशमुख को 593 वोट हासिल हुए थे. साथ ही 4 वोटों को अवैध घोषित किया गया था. वहीं कल हुई पुनर्मतगणना में एड. उमेश इंगले को 4 वोटों का फायदा मिला और उन्हें 604 वोट प्राप्त हुए. जबकि दूसरे स्थान पर रहने वाले एड. वसूसेन देशमुख को पहले ही तरह ही 593 वोट ही मिले. ऐसे में सचिव पद पर एड. उमेश इंगले की जीत और दावा बरकरार रहे. पुनर्मतगणना के नतीजे घोषित होते ही विगत करीब 13 दिनों से संभ्रम में फंसा वकील संघ के चुनावी नतीजों का पेंच हल हो गया है. साथ ही उपाध्यक्ष पद पर एड. नीता तिखिले के विजयी घोषित होते ही तिखिले समर्थक वकीलों में जमकर जश्न मनाया. वहीं एन. डी. राउत एवं उनके समर्थकों मेें कुछ हद तक मायूसी देखी गई.