जिलाधिकारी कटियार ने दिव्यांगजनों से किया आत्मीय संवाद
नि:शुल्क जयपुर फुट शिविर का समापन

अमरावती/दि.26-जैन साध्वी गुरुवर्या श्री विचक्षणश्रीजी महाराज साहब की संयम शताब्दी वर्ष निमित्त तथा रोटरी चॅरिटेबल ट्रस्ट संचालित विचक्षणश्री आरोग्यधाम रजत जयंतीनिमित्त विचक्षणश्री आरोग्यधाम, श्री जलाराम सत्संग मंडल, रोटरी इंडिया ह्यूमैनिटीज फाउंडेशन व महावीर सेवा सदन कोलकाता के संयुक्त तत्वावधान से निःशुल्क जयपुर फूट शिविर 21 से 25 मार्च तक आयोजित किया गया था. जिलाधिकारी सौरभ कटियार व डॉ राजेश गोंधलेकर, डॉ. चंद्रशेखर कुलकर्णी की उपस्थिति में जयपुर फुट शिविर का समापन किया गया. जिलाधिकारी सौरभ कटियार ने अत्यंत आत्मीयता से दिव्यांग जनों का हालचाल जाना और उन्हें 112 कृत्रिम पैर, हाथ, एवं कैलीपर प्रदान किए. साथ ही, सक्षम-समदृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल की ओर से 82 दिव्यांगों की नेत्र जांच की गई, जिनमें से 61 को निःशुल्क चश्मे घर पहुँचाए गए. इसके अलावा, दो दिव्यांगों के मोतियाबिंद ऑपरेशन विचक्षणश्री आरोग्यधाम द्वारा निःशुल्क किए जाएंगे.
इस समापन समारोह की खास बात यह रही कि जिन मनीष राहुरकर को शिविर में कृत्रिम हाथ प्रदान किया गया था, उन्होंने उसी कृत्रिम हाथ का उपयोग कर जिलाधिकारी का स्वागत पुष्पगुच्छ देकर किया. सबसे खास बात यह रही कि राहुरकर कृत्रिम हाथ से स्वयं मोटरसाइकिल चलाकर इस कार्यक्रम में पहुँचे. डॉ. प्रभाकर ने उनके कृत्रिम हाथ की कार्यक्षमता को विस्तार से समझाया. इसी तरह, खुशी कुमरे ने अपने कृत्रिम पैरों से चलकर दिखाया, और अलका मदनकर, जिनके दोनों पैर कृत्रिम हैं, उन्होंने भी सहजता से चलकर जिलाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया. मनीष छांगाणी ने प्रकल्प के पांच दिनों की गतिविधियाँ एक सुंदर वीडियो द्वारा प्रस्तुत कर सबकी वाहवाही लूटी.
समारोह में जिलाधिकारी के हाथों कोलकाता के महावीर सेवा सदन की टीम का सम्मान किया गया, जिन्होंने इस परियोजना में योगदान दिया. इस टीम में डॉ. प्रभाकर, रामजी राय, प्रबीर पंडित, राधेश्याम शॉ, और कामदेव यादव शामिल थे, जो स्वयं भी दिव्यांग हैं. इसके बावजूद, उन्होंने पांच दिनों तक कठिन परिश्रम कर इस प्रकल्प को सफलतापूर्वक पूरा किया, जिसके लिए उनका विशेष आभार व्यक्त किया गया. डॉ. राजेश गोंधलेकर (अधिष्ठाता, डेंटल कॉलेज अमरावती, अध्यक्ष – महाराष्ट्र राज्य दंत परिषद एवं मैनेजमेंट, महाराष्ट्र राज्य स्वास्थ्य विभाग) के माध्यम से रोटरी चैरिटेबल ट्रस्ट की टीम का भी सम्मान किया गया. इस टीम में डॉ. सोपान भोंगाडे, डॉ. मोहोड, डॉ. सुनीता पिसे, भावना देशमुख, कविता श्रीवास्तव, वैशाली सोनेकर, सुप्रिया खोंडे एवं छायाताई शामिल थीं.
डॉ. चंद्रशेखर कुलकर्णी ने इस परियोजना की सराहना की और भविष्य में इस तरह की परियोजनाओं को जारी रखने की शुभकामनाएं दीं. और डॉ. जागृति शाह, वसंत मालपाणी, भरत खजांची, और एड. विजय बोथरा ने इस परियोजना के प्रति सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त की.
* इन गणमान्यों की रही उपस्थिति
इस कार्यक्रम में जैन समाज के कई गणमान्य उपस्थित थे. जिनमें रोटरी चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष राजेंद्र बुच्चा, एड. विजय बोथरा (अध्यक्ष, अभिनंदन कोऑपरेटिव बैंक), नगिनचंद बुच्चा (प्रेसिडेंट, जैन श्वेतांबर बड़ा मंदिर), भारत बाबू खजांची (प्रेसिडेंट, दादावाड़ी संस्थान), नवीनबाबू चोरडिया (सचिव, जैन श्वेतांबर बड़ा मंदिर), अमृत बाबू मुथा, सुदर्शन जैन (महासचिव, भारतीय जैन संगठन), प्रदीपजी जैन, प्रवीण चोरडिया, विजय खजांची, विजय बुच्चा, पन्नालालजी ओस्तवाल, अनिल बोथरा, अशोक बंबोरिया, प्रकाश बोकाडिया, नरेश कंठालिया, मीता बुच्चा, ललिता सिंघवी, सरला लूणिया, राजेश बुच्चा, धरमचंद बुच्चा, इंदर सुराणा, सुरेश एवं रमेश साभद्रा, प्रोफेसर दीपक कटारिया, शीतल सिंघवी, राजेश चोरडिया, मनीष संकलेचा, कल्पना कोठारी, कोकिला जी बांठिया, सेवानिवृत्त एडीसी मोहन पातुरकर, प्रमोद मुणोत, रमेश कटारिया, अनिल एवं सुशील गांधी, रोटेरियन अशोक सोनी, चारुदत्त देशमुख, सुगंधा देशमुख, दीपक जाजू, प्रवीण मालपाणी, बालकिशन पांडे, संध्या उंबरकर, अशोक प्रीती, डॉ. प्रिया असोरिया, संजय व मनीष छांगाणी, अमरज्योत सिंह जग्गी, सुनील चितले, गुंजन हंतोडकर, डॉ. सोपान भोंगाडे, विनोद खंडेलवाल, स्नेह श्री केलकर, डॉ. गायत्री फडणीस, डॉ. भारत गोयनका, सीए जितेंद्र खंडेलवाल, जितेंद्र ढाकुलकर, प्रकाश दोडके, सुभाष गावपांडे, अनिल पंड्या, यश कारिया, नरेश चंद्र काले, एड. आशीष राठी, विपिन शर्मा, सुभाष यादव, मुकेश लोहिया, सुनील मालपानी, सुभाष भंडारी, अमरीत पटेल, भारत भायाणी एवम करीब 35 जयपूर फूट लाभार्थी सम्मिलित थे. इस प्रकल्प में डॉ. स्मिता हंतोडकर ने प्रकल्प प्रमुख के रूप में कुशलतापूर्वक कार्यभार संभाला.