अमरावती

जिला महिला अस्पताल सात डॉक्टरों के भरोसे पर

परिचारिकाओं पर मरीजों की जवाबदारी

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२ – जिले की महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मिले, इसलिए जिला महिला सरकारी अस्पताल का निर्माण किया गया. ३५० बेड संख्या वाले अस्पताल में २१ डॉक्टरों की नियुक्ति की गई. लेकिन १२ डॉक्टर कोरोना काल से ही अवकाश पर चले गए. जबकि २ डॉक्टरों ने इस्तीफे दिए जाने के बाद ७ डॉक्टर कार्यरत है. मरीजों की संख्या कम होने से जिला सामान्य अस्पताल में परिचारिकाओं के भरोसे ही ३५० महिला मरीजों की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
जिले में धारणी से अमरावती शहर व राज्य के बाहरी क्षेत्र से भी मरीज प्रसूति संबंधीत उपचार के लिए जिला महिला अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल होते है. अस्पताल में बेड की संख्या २०० है, जबकि शनिवार को २५५ महिला मरीज इलाज के लिए दाखिल हुई थी और इसी दिन ७४ मरीज दाखिल हुए. मरीजों की संख्या ३०० के पार हो गई. एक बेड पर २ मरीजों को लेटाने की नौबत प्रशासन पर आन पडी है. यह स्थिति होते हुए भी स्वास्थ्य सेवा देने वाले डॉक्टरों की बढती संख्या काफी कम है. मरीजों की बढती संख्या को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधा के लिए नई इमारत का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन उसी तरह डॉक्टरों को भी व्यवस्था करने की मांग बुलंद की जा रही है.

  • अस्पताल में २५ कोरोना बाधित मरीज

डफरिन अस्पताल में जिले से महिलाएं उपचार के लिए दाखिल होती है. कोरोना काल में भी अस्पताल ने अपना कामकाज नियमित रुप से सुचारु रखा. डॉॅक्टर व परिचारिकाओं ने पूरी तरह से एहतिहात बरतते हुए कोरोना पर मात दी. डफरिन में २५ महिला मरीज कोरोना बाधित पाए गये. जिन्हें सुपर स्पेशलिटी के कोविड-१९ अस्पताल के विशेष रुम में शिफ्ट किया गया. इसके अलावा डफरिन अस्पताल में ४ डॉक्टरों के अलावा २० परिचारिकाएं भी पॉजीटिव पाई गई जिसमें से १ कोरोना बाधित की मौत हुई है.

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