संभागीय आयुक्त डॉ. निधि पाण्डेय ने दी लोणार विकास प्रकल्प को भेंट
विकास कार्यो का लिया जायजा
* संबंधित यंत्रणा को दिए आवश्यक निर्देश
अमरावती/ दि.9– संभागीय आयुक्त डॉ. निधि पाण्डेय ने लोणार विकास प्रकल्प को भेंट देकर विकास कार्यो का निरीक्षण किया और कहा कि लोणार विकास प्रारूप के विकास कार्यो की गुणवत्ता उच्चकोटी की होनी चाहिए और निर्धारित समय में काम पूर्ण करने का प्रयास किए जाने के निर्देश उन्होंने संबंधित यंत्रणाओं को दिए.
लोणार विकास मसौदा अंतर्गत विकास कार्य प्रगति की समीक्षा डॉ. निधि पाण्डेय ने शनिवार को की. इस अवसर पर बुलढाणा जिलाधिकारी डॉ. किरण पाटिल, समिति सदस्य तथा न्यायालयीन मित्र एड. एस. सान्याल, एड. दीपक ठाकरे, एड. कप्तान, एड. परचुरे, भारतीय पुरातत्व विभाग के विभाग अधीक्षक अरूण मलिक, विशेष कार्य अधिकारी सुशील आग्रेकर, वन विभाग, नगर परिषद, एम.एम. आरडीए के अधिकारी, उप संभागीय अधिकारी आदि उपस्थित थे. डॉ. निधि पाण्डेय ने आगे कहा कि बुलढाणा जिले के बेसॉल्ट चट्टान में उल्कापात की वजह से निर्मित लोणार सरोवर विश्व विख्यात हैं. यह स्थल जैव विविधता से संपन्न हैं. पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है.
लोणार सरोवर का जतन, संवर्धन, विकास साथ ही परिसर के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार ने 369 करोड 78 लाख रूपयों का विकास मसौदा मंजूर किया है. विकास मसौदे नियोजित कार्यो को पुर्णत्व की ओर ले जाने के लिए समिति द्बारा नियमित समीक्षा की जाती है. मसौदा अंतर्गत आनेवाले विविध विकास कार्यो को प्रशासकीय मान्यता तथा विवि का प्रावधान उपलब्ध करा दिया गया है. उसके अनुसार विकास कार्यो को तेजी से पूर्ण होने के लिए कार्यान्वयन यंत्रणाओं ने जिम्मेदारीपूर्वक प्रयास करना चाहिए. विकास अंतर्गत आनेवाले लोणार सरोवर तथा परिसर की नागरी सुविधाओं के कार्यो को गुणवत्तापूर्ण तथा उच्चकोटी के करें, ऐसे निर्देश संबंधित यंत्रणाओं को उन्होंने दिए.
प्रत्यक्ष स्थल पर निरीक्षण के दौरान समिति सदस्य द्बारा लोणार सरोवर, अन्नछत्र, वेटवेल प्रसाधन गृह, गोमुख परिसर आदि स्थान पर भेंट दी गई. भारतीय पुरातत्व के विभाग के अधीनस्थ गोमुख परिसर में वरिष्ठ नागरिक तथा दिव्यांगों को आसानी से पहुंचने के लिए रैम्प की व्यवस्था उस स्थान पर की जाए. प्रसाधनगृह का योग्य पध्दति से उपयोग होने के लिए पानी की व्यवस्था नियमित रखे, ऐसे निर्देश निधि पाण्डेय ने संबंधित यंत्रणा को दिए. साथ ही शहर के कचरा प्रबंधन की दृष्टि से योग्य नियोजन अगली बैठक के दौरान प्रस्तुत करें, ऐसा भी उन्होंने संबंधित यंत्रणा से कहा.
गोमुख परिसर में लगाए गये सीसीटीवी कैमरे की लिंक पुलिस विभाग को दी जाए ताकि नागरिको की सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस विभाग को ध्यान रखने में सुविधा हो. साथ ही पुलिस और भारतीय पुरातत्व विभाग ने परिसर में कोई भी अनुचित घटना नहीं होनी चाहिए. इस दृष्टि से आवश्यक ऐसे स्थानों पर सीसी टीवी कैमरे लगाए. इस समय तारांगण व संग्रहालय स्थापित करने के लिए पर्यटन विभाग के प्रस्तुतिकरण को एक मत से समिति द्बारा मंजूरी दी गई है. वेडी बाभुल निष्कासन के बारे में प्रायोगिक तत्वों पर सर्वेक्षण के आधार पर सैम्पल प्लॉट चुनकर नियमानुसार योग्य कार्रवाई पूर्ण करें और वैसी रिपोर्ट फरवरी 2025 तक समिति को प्रस्तुत करने के निर्देश डॉ. निधि पाण्डेय ने वन विभाग को दिए.