संभाग में बाढ की स्थिति की संभागीय आयुक्त पाण्डेय ने की समीक्षा
सतर्क होकर युद्ध स्तर पर कदम उठाने प्रशासन को दिए निर्देश
अमरावती/दि.28- पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के कारण विभाग के सभी जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. बाढ़ की इस स्थिति से निपटने के लिए जिला प्रशासन द्वारा तत्काल एहतियाती कदम उठाये गये हैं. साथ ही भविष्य में बारिश की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन सतर्क रहे और युद्ध स्तर पर उपाय करे. इसके लिए प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय भ्रमण कर नागरिकों की समस्याओं का संवेदनशीलता से समाधान किया जाए, यह निर्देश संभागीय आयुक्त डॉ. निधि पाण्डेय ने संभाग के सभी जिलाधिकारियों को दिए है.
संभागीय आयुक्त ने अकोला जिले के मुर्तिजापुर तहसील के बाढ़ प्रभावित गांव खरब ढोरे का दौरा किया और नुकसान का निरीक्षण किया. तथा फोन के माध्यम से संबंधित जिलाधिकारियों से जानकारी ली. डॉ. निधि पाण्डेय ने कहा कि प्रशासनिक तंत्र के लिए यह जरूरी है कि जहां भी आपदा की सूचना मिले, वह तुरंत वहां पहुंचे और नागरिकों को सहायता एवं राहत प्रदान करे और तदनुसार कार्रवाई करे. बाढ़ संभावित क्षेत्रों में ऊंचे स्थानों पर अस्थायी आश्रय स्थल बनाकर नागरिकों के लिए आवास एवं भोजन की व्यवस्था की जाए. वहां दवा एवं शुद्ध पेयजल की आपूर्ति करायी जाये. जिला आपदा प्रबंधन कक्ष ने रबर बोट, लाइफ जैकेटस् के साथ-साथ आवश्यक सामग्री एवं उपकरणों की सहायता के लिए सतर्क रहना चाहिए. अपने जिले के नदी किनारे, दुर्गम और बाढ़ प्रभावित गांवों के नागरिकों से लगातार संपर्क में रहें. उनसे क्षति के साथ-साथ प्राकृतिक आपदाओं के संबंध में भी जानकारी ली जाए.
* आपसी समन्वय रखें
संभागीय आयुक्त नेे कहा कि जिन क्षेत्रों में कृषि और संपत्ति को नुकसान हुआ है, वहां नुकसान का तत्काल पंचनामा किया जाना चाहिए और मुआवजे के लिए प्रस्ताव सरकार को प्रस्तुत किया जाना चाहिए. साथ ही इस दौरान सभी प्रणालियों को एक-दूसरे के साथ समन्वय बनाकर किसी भी आपदा की स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहना चाहिए. ऐसे समय में जिले के सामाजिक संगठनों की भी मदद की जानी चाहिए. सभी अधिकारी मुख्यालय पर उपस्थित रहकर आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तत्काल कदम उठाएं, यह निर्देश भी संभागीय आयुक्त ने दिए.
प्रशासन की पूरी टीमों को तैयार रखा जाए
जहां अधिक बारिश हो रही है, वहां आवश्यकतानुसार एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की टीमों को तैयार रखा जाए और प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहे. जिन क्षेत्रों में भविष्य में अधिक वर्षा होने की संभावना हो, वहां नागरिकों को विभिन्न माध्यमों से तुरंत एवं नियमित रूप से सचेत किया जाना चाहिए, यह निर्देश संभागीय आयुक्त डॉ.पाण्डेय ने इस समय दिए.