धोखे से पहली पत्नी को तलाक देकर दूसरी से किया विवाह
कर्ज मिलने के नाम पर पत्नी को दिया तलाक का झांसा
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पति पर विश्वास रखना पत्नी पर पडा भारी
अंजनगांव सुर्जी/प्रतिनिधि दि.२१ – तहसील में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है. जिसमें एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी को कर्ज मिलने के नाम पर आपसी सहमति से तलाक देने का झांसा दिया और तलाक लेने के बाद किसी और से विवाह कर लिया. ऐसे में अपने घर-परिवार की भलाई और पति की व्यवसाय वृध्दि के लिए तलाकनामे पर दस्तखत करनेवाली पहली पत्नी अब खूद को ठगा हुआ महसूस कर रही है. साथ ही न्याय पाने के लिए पुलिस थाने के चक्कर काट रही है. किंतु चूंकि तलाकनामे पर खुद उस महिला के दस्तखत है. अत: पुलिस भी इस मामले में कुछ नहीं कर पा रही.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक वृषाली (बदला हुआ नाम) का विवाह सन 2010 में गावंडगांव निवासी अमोल नामक व्यक्ति के साथ हुआ था और उन्हें 9 वर्ष की एक बेटी भी है. उनका पारिवारिक जीवन बढिया चल रहा था और अमोल को अपने कृषि सेवा केंद्र के व्यवसाय हेतु कर्ज चाहिए था. यह बात घर में सभी को पता थी. इसी दौरान अमोल ने अपनी पत्नी को बताया कि, यदि वह तलाकनामे पर कर्ज लेता है, तो उसे काफी सब्सिडी मिलेगी. चूंकि अमोल का अपनी पत्नी के साथ व्यवहार काफी अच्छा था. ऐसे में पति के व्यवसाय वृध्दि व इस जरिये अपने घर-परिवार में आनेवाली वृध्दि के लिए वृषाली ने तलाकनामे के लिए हामी भर दी. पश्चात अमोल उसे वकील के पास ले गया और तलाकनामे पर उसे दस्तखत करवा लिये.
लेकिन इसके तुरंत बाद अमोल ने किसी अन्य युवती से विवाह कर लिया और उसे घर ले आया. जिसे लेकर आक्षेप उठाने पर अमोल ने अपनी पहली पत्नी से साफ तौर पर कहा कि, तुने खुद तलाकनामे पर हस्ताक्षर किये है और अब तू अगर कहीं पर भी गई, तो मेरा कुछ भी नहीं बिगडनेवाला. ऐसे में वृषाली अपने मायके चली आयी और उसने रहिमापुर पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए न्याय की गुहार लगायी. लेकिन वृषाली का आरोप है कि, पुलिस ने मामले को रफा-दफा करने हेतु अदखलपात्र अपराध दर्ज किया है. साथ ही उसने न्याय की मांग को लेकर अनशन करना भी शुरू कर दिया है और अब वह अदालत से न्याय की गुहार भी लगा रही है.
इस मामले में कानूनी रूप से तलाकनामा हुआ है. ऐसे में हमने शिकायतकर्ता महिला को दिवाणी न्यायालय में न्याय मांगने की सलाह दी है. क्योंकि इस मामले में हम कुछ भी नहीं कर सकते.
– सचिन इंगले
थानेदार, रहिमापुर