अमरावतीमुख्य समाचार

दिव्यांग व निराधारों का तहसील कार्यालय में ठिया आंदोलन

नायब तहसीलदार की अनुपस्थिति के कारण कार्यकर्ता संतप्त

* प्रहार के संपर्क प्रमुख चंदू खेडकर के नेतृत्व में जोरदार नारेबाजी
अमरावती/दि.20- दिव्यांग व निराधारों का अनुदान न मिलने के कारण से सतंप्त हुए प्रहार जनशक्ति के संपर्क प्रमुख चंदू खेडकर के नेतृत्व में आज दिव्यांगों ने अमरावती नायब तहसीलदार के कक्ष में ठिया आंदोलन किया. नायब तहसीलदार अनुपस्थित रहने से संतप्त हुए आंदोलनकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी कर प्रशासन का निषेध किया.
दिव्यांग व निराधारों को पिछले दो माह से अनुदान नहीं मिल पाया है.इस बाबत प्रहार जनशक्ति पार्टी की तरफ से 12 जून को ज्ञापन सौंपा गया था. इसके बावजूद तहसील प्रशासन द्वारा दो माह का मानधन मिलने बाबत कोई पहल नहीं की गई. जो अनुदान मिलता है,उसी पर निराधार व दिव्यांग अपने परिवार का पेट भरते हैं.तहसील प्रशासन की इस अन्यायकारक भूमिका के निषेधार्थ आज संपर्क प्रमुख चंदू खेडकर के नेतृत्व में अनेक दिव्यांग व निराधार दोपहर 2 बजे के दौरान तहसील कार्यालय पहुंचे और नायब तहसीलदार के कक्ष में उन्होंने ठिया आंदोलन शुरु कर दिया.नायब तहसीलदार मौजूद न रहने से आंदोलनकर्ता काफी संतप्त हो गए और प्रशासन के विरोध में जोरदार नारेबाजी शुरु कर दी. आंदोलनकर्ताओं का कहना था कि जब तक संबंधित अधिकारी आकर उन्हें लिखित रुप से अनुदान मिलने संबंधी आश्वासन नहीं देते, तब तक वह नायब तहसीलदार के कक्ष मेंं ही मुकाम करेंगे. आंदोलनकर्ताओं की इस भूमिका के कारण वातावरण थोड़ा तनावपूर्ण हो गया था. जानकारी मिलते ही पुलिस दल भी वहां आ पहुंचा. आंदोलनकर्ता अपनी भूमिका पर तटस्थ थे. दो घंटे के बाद तहसीलदार लोखंडे अपने कक्ष से उठकर नायब तहसीलदार के कक्ष में पहुंचे और उन्होंने दिव्यांग व निराधारों की मांगों को सुना, लेकिन आंदोलनकर्ताओं का कहना था कि उन्हें दो दिन के भीतर दो माह का बकाया अनुदान मिलना चाहिए. इस तरह का जब तक लिखित आश्वासन नहीं दिया जाता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. पश्चात तहसीलदार ने इस संबंध में लिखित आश्वासन दिया. तब आंदोलन समाप्त हुआ. आंदोलन में चंदू खेडकर के अलावा नौशाद हुसैन, सलीम खान, मन्नान भाई, हेमंत निखार, सुनील गरुले, चेतन गाडेकर,विकास मालुदकर, गजानन तिडके,गुणवंत पाटील, अनिस भाई, नरेंद्र चडकापुरे,अतुल चिडाम, शाहरुख भाई,अतुल जयसिंगपुरे, रेखा बोंडे, कांचन मीना, भीमराव वानखडे, आशीष सावरकर समेत अनेक लोग शामिल हुए.

Related Articles

Back to top button