दिव्यांग शिक्षक उमेश बसरे ने शुरू किया अनशन
बदली प्रस्ताव पर न्याय नहीं मिलने का किया निषेध
अमरावती/दि.12- वर्ष 2006 से जिला परिषद में बतौर शिक्षण सेवक अपनी सेवा प्रदान कर रहे उमेश रामदास बसरे नामक दिव्यांग शिक्षक ने खुद पर हो रहे अन्याय के खिलाफ आज से जिला परिषद मुख्यालय के सामने आमरण अनशन करना शुरू कर दिया है. इस समय उमेश बसरे ने कहा कि, वे पैदाईशी पोलिओग्रस्त है और जिला परिषद की शिक्षा सेवा में उनकी नियुक्ति दिव्यांग श्रेणी के तहत हुई है. किंतु उन्हें नियमानुसार पद स्थापना का आदेश नहीं दिया गया. बल्कि उनके स्थान पर सर्वसामान्य श्रेणी से वास्ता रखनेवाली एक महिला शिक्षिका को कैम्प स्थित शाला में पदस्थापना दी गई, जो उनके साथ खुले तौर पर अन्याय है.
यह अनशन शुरू करने के साथ ही उमेश बसरे ने कहा कि, उन्होंने इससे पहले धारणी जैसे दुर्गम क्षेत्र में भी दिव्यांग रहने के बावजूद अपनी सेवाएं प्रदान की. जिसके पश्चात उन्हें अमरावती लाने के बाद अकस्मात ही भातकुली तहसील अंतर्गत उत्तमसरा की शाला में नियुक्ति दी गई और उन्होंने इस जिम्मेदारी को भी पूरा किया. साथ ही अपना तबादला कैम्प परिसर स्थित जिला परिषद माध्यमिक कन्या शाला में अपने मूल पद पर किये जाने का प्रस्ताव भी रखा, लेकिन उनके प्रस्ताव की अनदेखी करते हुए एक महिला को उनके स्थान पर पद स्थापना दी गई, जो कि, उन पर अन्याय है. अत: वे इसके खिलाफ आमरण अनशन कर रहे है.