* अतिरिक्त गाडियां छोडने की उठी मांग
अमरावती/दि.31- दशहरा-दिवाली पर महानगरों से गांव-गोठ जाने और त्यौहार मनाने की परंपरा के कारण अभी से बडी संख्या में रेलवे आरक्षण किया जा रहा है. सभी प्रमुख रुट पर आरक्षण फुल हो जाने की स्थिति है. लंबी वेटिंग के टिकट लेने पर यात्री मजबूर हो रहे हैं. इस बार दशहरा अक्तूबर अंत में और दिवाली नवंबर के दूसरे सप्ताह में है. उधर रेल यात्री संघ के बसंत शुक्ला ने लंबी वेटिंग को देखते हुए अतिरिक्त ट्रेने छोडने की मांग की है. वे शीघ्र ही उच्च अधिकारियों को अधिकृत निवेदन देंगे. उसमें ट्रेन विशेष का भी उल्लेख होगा.
अमरावती सहित विदर्भ से अनेक विद्यार्थी और युवक पढाई तथा कामकाज के लिए पुणे, मुुंबई, नाशिक, बैंगलोर जैसे शहरों में रह रहे हैं. वे दिवाली पर परिजनों संग त्यौहार मनाने आते हैं. इसलिए ट्रेनों से टिकट बुक कराए जा रहे. पिछले माह से ही आरक्षण सुविधा शुरु हो गई थी इसलिए यात्रियों ने विदर्भ एक्सप्रेस, अंबा एक्सप्रेस, दुरंतो से प्राथमिकता से सीट बुक करा ली. उसी प्रकार पुणे सुपरफास्ट, आजाद हिंद, महाराष्ट्र और बडनेरा होकर जानेवाली गीतांजलि, हावडा-मुंबई, शालिमार, गौंडवाना एक्सप्रेस में आरक्षण के लिए कोशिश की है. सेवाग्राम एक्सप्रेस में स्थिति नॉट एवेलेबल हो गई है. अन्य ट्रेनों में भी आरक्षण फुल हो जाने की जानकारी वसंत शुक्ला ने दी.
रेल आरक्षण फुल हो जाने से विद्यार्थियों और व्यवसायियों को निजी बस का रुख करना पडेगा. जहां ट्रैवल बस संचालक मनमाना किराया वसूल करते हैं. उसी प्रकार सफर भी उतना सुविधाजनक नहीं रहता जितना ट्रेन का होता है. अत: अतिरिक्त त्यौहार विशेष ट्रेनें चलाने की मांग अभी से हो रही है. दो माह में त्यौहारी सीजन रहने वाला है. पहले गणेशोत्सव, उपरांत नवरात्रि पश्चात दशहरा-दिवाली है.