
अमरावती/दि.25– राज्य में जल्द ही मानसून का आगमन होने वाला है. किंतु उससे पूर्व ही हवा, तूफान आना शुरू हो जाता है. ज़रा सी हवा से लाइन बंद हो जाती है, जो घंटों तक आने का नाम नहीं लेती है. पश्चिम क्षेत्र का आलम तो ये होता है कि पूरा दिन भर लाइन आने का नाम नहीं लेती है. इसके लिए बारिश पूर्व नियोजन करने की मांग स्थानीय महावितरण से सामजिक कार्यकर्ता रहीम राही ने की है.
रहीम राही ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि, बारिश के दिनों में महावितरण द्वारा नागरिको को परेशान करना शुरू हो जाता है. ज़रा सी हवा चल जाने या थोड़ी बारिश शुरू होते ही महावितरण घंटों लाइन बंद कर देता है. साथ ही साथ जब बारिश और हवा पूरी तरह रुक जाती है उसके बाद भी महावितरण द्वारा लाइन शुरू नहीं की जाती है जो कि उचित नहीं है. राही ने मांग की है कि बारिश से पहले जो इलाक़ों के पोल के बिजली के तार नीचे आ चुके हैं, उसे ठीक किए जाए. जो डीपी को दरवाज़े नहीं है जो कि खुले तौर खतरे की निशानी है, ऐसे डिपीयो को तत्काल रिपेयर किए जाए, उन्हें जल्द दरवाज़े लगाए जाए ताकि कोई अनहोनी या कोई बड़ा शॉर्ट सर्किट न हो जिससे आम लोगों को खामियाज़ा भुगतना न पड़े.
रहीम राही ने आगे मांग की है कि महावितरण ने बारिश के पहले अमरावती मनपा के साथ मिलकर उन पेडों की भी छटाई करनी चाहिए जिन पेडो की टहनियां बिजली के तारों व पोल से टकरा रही है, जिससे आगे बारिश के दिनों में होने वाली बड़ी तकलीफों से आम जनता को राहत मिलेगी. इसलिए महावितरण ने जल्द से जल्द इसका नियोजन करना चाहिए. ऐसी मांगी रहीम राही ने की है.
अन्यथा बंद करेगे अधिकारीयों के घरों की लाइन
रहीम राही ने उग्र रुप दिखाते हुए जनहित में आंदोलन करने की चेतावनी देते हुए कहा कि अगर महावितरण ने बारिश के पहले नियोजन नहीं किया गया तो जो अधिकारी लाखो की तनख्वाह लेते हैं, ऐसे अधिकारीयों के घरों की लाइन बंद कर के आंदोलन किया जायेगा. ताकि एसी में रहने वाले अधिकारियों को गरीब जनता की परेशानियों का अहेसास हो सके. अधिकारी खुद उजाले में रहकर आम जनता को अंधेरे मे रखते हैं ये कतई काबीले बर्दाश्त नहीं है. ऐसा भी रहीम राही ने कहा.
कर्मचारी नहीं उठाते ग्राहकों के फोन
रहीम राही ने इस विषय पर विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब कोई ग्राहक पूरी ईमानदारी से बिजली का बिल भरता है, तो उसे अच्छी सुविधा देना महावितरण का फ़र्ज़ है. मगर होता यू है कि जब कोई ग्राहक बिजली समस्या की शिकायत देने के लिए शिकायत नंबर पर कॉल करता है तो कामचोर कर्माचारी आम लोगों के फोन तक नहीं उठाते यहा तक कि जब कोई शिकायत देने महावितरण के शाखा के कार्यालय पर जाता है. तो वहा अधिकतर ताले ही लगे रहते हैं. रहीम राही ने कहा कि अगर जल्द खामियां दूर नहीं हुई तो वो ऐसे कर्माचारियों को जनहित मे सबक सिखाने सक्षम है.