अमरावती

जिले में एक भी बालक टीकाकरण से वंचित न रहें

सीईओ पंडा ने दिए निर्देश, १५ से गोवर रूबेला टीकाकरण मुहिम

अमरावती / दि. ९– गोवर रूबेला लसीकरण मुहिम का पहला चरण जिले में १५ से २५ दिसंबर दौरान चलाया जाएगा. टीकाकरण से ९ महिने से ५ आयुवर्ग का एकभी बालक वंचित न रहें, यह निर्देश जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा ने दिए है. गोवर प्रतिबंध के लिए मिशन मोड पर काम करने के निर्देश जिलाधिकारी पवनीत कौर ने दिए है. इसके अनुसार उपाय योजना के तहत सीईओ पंडा की अध्यक्षता में राजस्व भवन में बैठक हुई. बैठक में जिला शल्यचिकित्सक डॉ. दिलीप सौंदाले, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. दिलीप रणमले, डॉ. सुभाष ढोले, नप प्रशासन अधिकारी गीता वंजारी सहित तहसील स्वास्थ्य अधिकारी उपस्थित थे. गोवर- रूबेला टीका नहीं लगाने वाले ९ माह से पांच वर्ष आयु के सभी बालकों का टीकाकरण किया जाएगा. मुहिम का दूसरा चरण १५ से २५ जनवरी दौरान चलाया जाएगा. प्रजासत्ताक दिन से पूर्व टीकाकरण पूरा करना है. इसलिए टीकाकरण से वंचित बालकों की सूची तैयार की जाएग और टीकाकरण सत्र चलाए अंतर विभागीय समन्वय रखकर काम करने के निर्देश अविश्यांत पंडा ने दिए. उन्होंने कहा कि, गोवर प्रतिबंध के सप्लिमेंट के रूप में विटामिन ए देना आवश्यक है. खासकर मेलघाट के बालकों में कुपोषण और विटामिन ए का अभाव दिखाई देता है. इसलिए मेलघाट के लिए स्पेशल ड्राइव चलाए. कोरकू भाषा में गांव-कस्बों में जनजागरण करें. आयुष्मान भारत योजना के अमल में गति लाने के निर्देश भी सीईओ पंडा ने दिए है. जिले में गोवर के ८ और रूबेला के ४ मरीज पाए गए है. अमरावती जिले में इस वर्ष अप्रैल से नवंबर दौरान ३१ हजार ५६२ बालकों को पहली मात्रा और २७ हजार ५७५ बालकों को दूसरी मात्रा दी गई है. तहसील की यंत्रणा व स्वास्थ्य अधिकारियों में समन्वय नहीं होने की बात निदर्शन में आई है. जिसकी वजह से काम में अनेक त्रुटियां रह जाती है. जिन कार्यों का निवारण तहसील स्तर पर संभव है वह कार्य समन्वय के अभाव में जिलास्तर को प्राप्त होते है. इसलिए तहसील स्वास्थ्य अधिकारी, चिकित्सा अधीक्षक, चिकित्सा अधिकारी ने कामों संबंध में आपसी समन्वय रखने और जिम्मेदारी से काम करने के निर्देश मुख्य कार्यकारी अधिकारी अविश्यांत पंडा ने दिए है.

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