अमरावती/दि.31– इस समय तेज धूप और भीषण गर्मी पड रही है. लेकिन इसके बावजूद भी लोगों को अपने किसी न किसी काम के चलते घर से बाहर निकलना पडता है और काफी देर धूप और गर्मी में रहने के बाद जब लोगबाग अपने घर लौटते है, जो सबसे पहले फ्रिज में रखे ठंडे पानी को पीते है. परंतु ऐसा करने की वजह से उनके बीमार पडने की संभावना बढ जाती है. ऐसे में तेज धूप से आते ही ठंडो पानी नहीं पीना चाहिए.
गर्मी के मौसम में ठंडा पानी पीने से लोगों को उष्णता से राहत मिलती है. साथ ही गर्मी के मौसम मेें पानी के अलावा लस्सी, जूस, नारियल पानी व नीबू शरबत जैसे विविध प्रकार के शीतपेयों का भी सेवन किया जाता है. वहीं गर्मी के मौसम दौरान रोजाना करीब 8 से 10 ग्लास पानी पीना आवश्यक होता है. परंतु पानी पीते समय पानी और वातावरण का तापमान भी योग्य होना चाहिए. कई लोग गर्मी के मौसम में प्यास बुझाने हेतु एवं ठंडक पाने हेतु फ्रिज में रखा बेहद ठंडा पानी पीते है. जिससे यद्यपि थोडी देर के लिए गर्मी से राहत मिलती है. लेकिन इसका शरीर और स्वास्थ्य पर बेहद विपरीत परिणाम पडता है.
* ठंडे पानी से भी लग सकती है धूप व लू
कई बार गर्मी के मौसम दौरान कई लोगों को धूप और लू लगने की शिकायत होती है. जिसके लिए भी अचानक ही ‘ठंडा-गरम’ होने को मुख्य वजह माना जाता है. यानि तेज धूप से आते ही ठंडा पानी पीने या एसी वाले स्थान पर जाकर बैठने की वजह से शरीर का तापमान संबंधित संतुलन बिगड जाता है और इस वजह से भी धूप या लू लगने की समस्या होती है.
* क्या है धूप लगने के लक्षण?
धूप लगने पर शरीर में पानी और क्षार का प्रमाण कम हो जाता है तथा पेशाब आम्ल स्वरुप में होती है. साथ ही मूत्र विसर्जन के समय मूत्र मार्ग में तेज जलन महसूस होती है. इसके अलावा शरीर में अंतर्गत दाह निर्माण होने के साथ ही थकान भी महसूस होती है.
* धूप में बाहर निकलते समय बरते सावधानी
भूखे पेट कभी भी धूप में बाहर न निकले, बल्कि तेज धूप में घर से बाहर निकलने से पहले नाश्ता या भोजन जरुर करें. इसके अलावा धूप के समय घर से बाहर निकलते समय अपने पास ठंडे पानी की बोतल जरुर रखे.
* धूप से वापिस आने पर भी रखे ध्यान
धूप से घर पर वापिस आने के बाद तुरंत ही एसी या कूलर में न बैठे. शरीर को अलग-अलग तापमान के साथ खूद को संतुलित करने हेतु थोडा समय लगता है, ऐसे में एसी या कूलर शुरु करने पर खुद को उससे थोडा दूर ही रखे.