अमरावती

कोविड वैक्सीन के डोज का ‘कॉकटेल’ ना हो

जिस वैक्सीन का पहला डोज लिया है, उसी का दूसरा डोज लगाना जरूरी

  • अन्यथा प्रतिकारक क्षमता पर हो सकता है विपरित असर

अमरावती/दि.31 – इस समय कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन की नियमित आपूर्ति का नियोजन कुछ हद तक गडबडाया हुआ है. ऐसे में कई नागरिकों को पहले व दूसरे डोज की प्रतीक्षा करनी पड रही है. विशेष रूप से को-वैक्सीन का पहला डोज लगा चुके कई लोग इस वैक्सीन का दूसरा डोज मिलने की प्रतीक्षा कर रहे है. साथ ही अब लोगबाग यह जानना चाह रहे है कि, अगर पहला डोज किसी एक वैक्सीन का लिया गया है और दूसरा डोज किसी अन्य वैक्सीन का लिया जाये, तो क्या होगा. इस संदर्भ में स्वास्थ्य विशेषज्ञों की ओर से कहा गया है कि इस तरह का ‘कॉकटेल’ करना स्वास्थ्य के लिहाज से खतरनाक साबित हो सकता है और इसका रोग प्रतिकारक क्षमता पर विपरित असर पड सकता है. ऐसे में एक ही वैक्सीन के दोनों डोज लगाये जाने चाहिए. हालांकि इस संदर्भ में ट्रायल चल रही है. किंतु अब तक इसका कोई निष्कर्ष सामने नहीं आया है और राज्य के स्वास्थ्य महकमे की ओर से भी कोई दिशानिर्देश प्राप्त नहीं है, ऐसा भी स्वास्थ्य विभाग का कहना है.
बता दें कि, कोविड टीकाकरण के लिए अमरावती जिले को कोविशिल्ड वैक्सीन की अच्छीखासी खेप प्राप्त हुई है. वहीं तुलनात्मक रूप से को-वैक्सीन की आपूर्ति का प्रमाण कुछ कम है और जिले में अब तक 2 लाख 36 हजार 661 नागरिकों को दूसरा डोज मिलने की प्रतीक्षा है. बता दें कि, अब कोविशिल्ड वैक्सीन के दो डोज हेतु 84 दिनों का अंतर तय किया गया है. इसके अलावा वैक्सीन की किल्लत को देखते हुए 18 से 44 वर्ष आयुगुटवाले नागरिकों को वैक्सीन लगाने का काम रोक दिया गया है. वहीं को-वैक्सीन बेहद कम प्रमाण में प्राप्त होने के चलते कई नागरिकों को दूसरा डोज मिलने में काफी विलंब का सामना करना पड रहा है और लोगबाग इसे लेकर सवाल उठाने लगे है. साथ ही कई लोग जानना चाह रहे है कि, यदि उन्होंने पहला डोज को-वैक्सीन का लिया है और वे दूसरा डोज कोविशिल्ड का लेते हैं तो क्या होगा. जिस पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना रहा कि, ऐसा करने की अनुमति नहीं दी गई है. अत: जिस वैक्सीन का पहला डोज लिया गया है, उसी वैक्सीन का दूसरा डोज भी लिया जाना चाहिए.

जिले में अब तक हुआ टीकाकरण

आयुवर्ग               पहला डोज     दूसरा डोज
60 वर्ष से अधिक     3,42,548       1,05,907
45 से 60 वर्ष          1,30,315         27,282
18 से 44 वर्ष            18,353               07

वैक्सीन की किल्लत

– 18 से 44 वर्ष आयुगुट में 12.05 लाख नागरिक है. जिसमें से केवल 18,353 नागरिकों ने ही वैक्सीन का पहला डोज लिया है. वहीं इस आयुवर्ग में केवल 7 लाभार्थियों को ही वैक्सीन का दूसरा डोज लग पाया है.
– जिले को अब तक कुल 4 लाख 40 हजार 420 डोज प्राप्त हुए है. जिसमें कोविशिल्ड के 3 लाख 58 हजार 230 तथा को-वैक्सीन के 84,490 डोज का समावेश रहा, ऐसी जानकारी स्वास्थ्य महकमे द्वारा दी गई है.

क्या कहते हैं स्वास्थ्य विशेषज्ञ

हर वैक्सीन की परिणामकारकता अलग होती है. ऐसे में जिस वैक्सीन का पहला डोज लिया गया है, उसी वैक्सीन का दूसरा डोज लेना महत्वपूर्ण है. उसमें घालमेल करने पर आवश्यक परिणाम साध्य नहीं हो सकता, बल्कि विपरित असर होने की संभावना भी हो सकती है.
– डॉ. श्यामसुंदर निकम
जिला शल्य चिकित्सक

शरीर की प्रतिकार क्षमता को बढाने हेतु जिस वैक्सीन का पहला डोज लिया है, उसी वैक्सीन का दूसरा डोज लेना जरूरी है. अलग-अलग वैक्सीन के दो डोज नहीं लिये जा सकते. ऐसा करने से रोग प्रतिकार क्षमता पर विपरित असर पड सकता है.
– दिलीप रणमले
जिला स्वास्थ्य अधिकारी

नियमानुसार दो अलग-अलग डोज नहीं लिये जा सकते. इस बारे में अब तक कोई गाईडलाईन भी नहीं है. अत: कोई भी ऐसा प्रयोग न करे. इसकी वजह से शरीर की रोग प्रतिकारक क्षमता पर क्या परिणाम होगा, इस बारे में निश्चित तौर पर कुछ कहा नहीं जा सकता.
-डॉ. विशाल काले
स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी, मनपा

जिले को 11,300 वैक्सीन का नया स्टॉक मिला

  • कोविशिल्ड के 3 हजार व को-वैक्सीन के 8,300 डोज प्राप्त हुए
  • टीकाकरण में अब कहीं कोई दिक्कत नहीं
    स्वास्थ्य महकमे की ओर से अमरावती जिले के लिए रविवार की शाम कोविशिल्ड के 3 हजार तथा को-वैक्सीन के 8 हजार 300 डोज की खेप उपलब्ध करायी गयी है. जो अकोला स्वास्थ्य उपसंचालक कार्यालय के जरिये अमरावती पहुंच गयी है. वैक्सीन के इस नई खेप के जरिये सोमवार 31 मई से शहर सहित जिले में कोविड टीकाकरण अभियान पूरी रफ्तार के साथ शुरू किया गया.
    विगत तीन दिनों के दौरान अमरावती जिले को कोविशिल्ड के 30 हजार और को-वैक्सीन के 6 हजार डोज की खेप प्राप्त हो चुकी है. जिसके जरिये बीते तीन दिनों से जिले में बडे पैमाने पर वैक्सीन लगाने का काम 100 से अधिक टीकाकरण केंद्रों पर चल रहा है. जिसके लिए ऑनलाईन बुकींग व टोकन पध्दति अमल में लाये जाने के चलते कहीं पर किसी तरह की भीडभाडवाली स्थिति दिखाई नहीं दी.

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