नये अभ्यासक्रम में मनुस्मृती के श्लोक को समावेश न करें
कांग्रेस प्रदेश महासचिव किशोर बोरकर के नेतृत्व में सौंपा ज्ञापन
अमरावती/दि.28– राज्य मंडल के शालाओं में विद्यार्थियों को भाषा विषय के अध्यापन में में श्लोक व भगवतगीता का बारहवां अध्याय याद करना है. पढाई में मनुस्मृती के श्लोक को कैसे जोडा जा सकता है. इस निर्देश के बाद कई लोगों की जन-भावना दुखी हुई है. इस लिए मनु स्मृती के श्लोकों को स्कूली पढाई में न जोड़ने की मांग कांग्रेस की ओर से प्रदेश महासचिव किशोर बोरकर के नेतृत्व में सौंपे गए निवेदन में की गई.
आज दोपहर को जिलाधिकारी को सौंपे गए निवेदन में कहा गया कि राज्य शैक्षणिक संसोधन व परिषद (एनसीईआरटी) व्दारा जाहिर किए गए अभ्याक्रम योजना के अनुसार दिए गए निर्देश को समाचार पत्रों के माध्यम से पढने के बाद अनेंको की जन-भावना दुखी है. मनुस्मृती इस पुस्तक पर बंदी रहने के बाद भी विद्यार्थियों के नये अभ्यासक्रम के नियोजन में मनुस्मृती का समावेश कैसे किया जा सकता है. नये अभ्यासक्रम में मनुस्मृती के श्लोक का समावेश न करने की जानकारी राज्य सरकार तक पहुंचाने की मांग किशोर बोरकर व्दारा ज्ञापन में कही गयी. निवेदन सौंपते समय किशोर बोरकर के साथ पूर्व कुलगुरू डॉ. गणेश पाटील, राकापा (श.प.गुट) शहर अध्यक्ष हेमंत देशमुख, डॉ. बी.आर.देशमुख,समीर जवंजाल, मुन्ना राठौड, असमा परवीन, अब्दुल कलाम, वैभव देशमुख, पंकज मेश्राम, गोपीचंद मेश्राम, राजाभाऊ चौधरी, निजाम भाई, ओमप्रकाश झोड, राम चव्हाण, शिल्पा राऊत, करीमा बाजी, सुरेन्द्र देशमुख, रमेश रामटेके, भास्कर रिठे आदि बडी संख्या में उपस्थित थे.