दूसरे डोज में न पिछडते, तो पूरी तरह अनलॉक हो जाते
जिले में दूसरे डोज का 55 फीसद ही हुआ टीकाकरण
* प्रतिबंधों से मुक्ति हेतु 70 फीसद टीकाकरण की शर्त
* अनलॉक चाहिए, तो दूसरा टीका लगाईये
अमरावती/दि.3– गत रोज राज्य आपत्ति व्यवस्थापन प्राधिकरण की बैठक के बाद मिली जानकारी के चलते उम्मीद बंधी थी कि, आज से राज्य के अन्य कई जिलों की तरह अमरावती जिले को भी कोविड प्रतिबंधात्मक उपायों से पूरे तौर पर मुक्ति मिल जायेगी. किंतु अमरावती जिला कोविड टीकाकरण के मोर्चे पर कुछ हद तक पिछड गया. चूंकि अमरावती जिले में कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन के दूसरे डोज का टीकाकरण केवल 55 फीसद हुआ है. अत: फिलहाल अमरावती जिले को पूरी तरह से प्रतिबंध मुक्त नहीं किया गया.
बता दें कि, राज्य टास्कफोर्स द्वारा कोविड संक्रमण की घटती रफ्तार को देखते हुए प्रतिबंधों को शिथिल करने का निर्णय लिया. जिसके तहत यह फैसला भी किया गया कि, जिन जिलों में कोविड संक्रमितों की संख्या घटने के साथ-साथ कोविड प्रतिबंधात्मक वैक्सीन के पहले डोज का 90 फीसद तथा दूसरे डोज का 70 फीसद टीकाकरण हो चुका है, उन जिलों को पूरी तरह से अनलॉक करते हुए तमाम तरह के प्रतिबंध से मुक्त कर दिया जायेगा. इस मानक के आधार पर राज्य के करीब 14 जिलों को प्रतिबंधों से पूरी तरह मुक्त करते हुए अनलॉक कर दिया गया है. किंतु इस मानक व शर्त को पूरा नहीं कर पाने की वजह से अमरावती पूरी तरह से प्रतिबंध मुक्त या अनलॉक नहीं हो पाया.
बता दें कि, जहां पूर्ण रूप से अनलॉक करने के लिए पहले डोज का 90 फीसद व दूसरे डोज का 70 फीसद टीकाकरण पुरा होने की शर्त तय की गई है. वहीं अमरावती जिले में इस समय तक पहले डोज का 83 फीसद व दूसरे डोज का 55 फीसद टीकाकरण हुआ है. यानी थोडे से फर्क की वजह से अमरावती जिला पूर्ण तौर पर कोविड मुक्त होने से चूक गया. यदि जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे शत-प्रतिशत टीकाकरण अभियान को स्थानीय नागरिकों द्वारा पूरा प्रतिसाद दिया जाता और कोविड टीकाकरण का प्रतिशत थोडा और उपर रहा होता, तो राज्य के 14 जिलों के साथ-साथ आज अमरावती जिला भी पूरी तरह से कोविड मुक्त हो चुका होता.