अमरावतीमहाराष्ट्र

जलसंकट से निपटने उचित नियोजन और प्रबंधन करें

समीक्षा बैठक में संभागीय आयुक्त ने दिए निर्देश

* जल व चारा किल्लत, लू से बचाव हेतु उपायों का लिया जायजा
अमरावती/दि.10– ग्रीष्मकाल में हर साल जब तापमान बढता है जलसंकट की समस्या उत्पन्न हो जाती है. इस समस्या के निवारणार्थ पानी की बचत, जल स्रोतों का पुनर्भरण तथा उपलब्ध जल का उचित नियोजन एवं प्रबंधन करना आवश्यक है. तदनुसार, विभाग की सभी संबंधित प्रणालियों को एक दूसरे के साथ समन्वय करना चाहिए और पानी की कमी को हल करने के लिए आवश्यक उपाय करना चाहिए, यह निर्देश संभागीय आयुक्त डॉ.निधि पाण्डेय ने दिए.
विभागीय आयुक्त कार्यालय के सभागृह में जलसंकट, चारा किल्लत व लू से बचाव के लिए जिला प्रशासन ने किए उपाय योजनाओं का संभागीय आयुक्त ने जायजा लिया. समीक्षा बैठक में उपायुक्त संजय पवार, नगरविकास विभाग के उपायुक्त फडके, सहायक आयुक्त श्यामकांत मस्के प्रत्यक्ष रुप से तथा संभाग के पांचों जिले के जिलाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ऑनलाइन उपस्थित थे.
डॉ.पाण्डेय ने कहा कि, पानी की कमी को स्थायी रूप से दूर करने के लिए रेन हार्वेस्टिंग, जल पुनर्भरण प्रयोग, वन आवरण में वृद्धि आदि उपायों के साथ उपलब्ध पानी का उचित नियोजन और प्रबंधन करना आवश्यक है. जिले के जिन गांवों में जलसंकट की स्थिति है, वहां नियमित रूप से टैंकरों से पानी पहुंचाया जाए. राजस्व एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग आवश्यकतानुसार परिसर के सभी कुओं का अधिग्रहण कर नागरिकों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करायें. इसके लिए सबसे पहले कुओं के जल शुद्धिकरण की प्रक्रिया तुरंत पूरी की जानी चाहिए. यह सुनिश्चित करने के बाद ही कि पानी पीने योग्य है, कुओं में पानी की आपूर्ति सुनिश्चित की जानी चाहिए. संभागीय आयुक्त ने जिला प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिया कि इस कार्य में किसी प्रकार की क्षति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि जिले में चारे की कमी को दूर करने के लिए पशुओं की संख्या के अनुसार वर्तमान में उपलब्ध चारे तथा अगले दो माह के लिए कितना चारा उपलब्ध रहेगा इसकी अभी से नियोजन किया जाए. जिले में टैंकरों द्वारा जलापूर्ति वाले गांवों की संख्या, कमी से प्रभावित गांवों में पानी की आपूर्ति के लिए टैंकरों की कुल संख्या, टैंकरों की संभावित मांग वाले गांव, अधिग्रहीत कुओं की संख्या, पानी की कमी को दूर करने के लिए जिलों द्वारा किए गए उपाय, जानवरों के लिए पानी की आपूर्ति, चारे की कमी, बांधों में उपलब्ध जल भंडारण आदि के अनुसार योजना बनायें जल भंडारण आदि को लेकर संभागीय आयुक्त ने पांचों जिलों की विस्तृत समीक्षा की. पिछले पांच दिनों में अमरावती संभाग के सभी पांच जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर है.

* लू से बचाव के लिए सतर्क रहना आवश्यक
गर्मी की लहर आने वाले कुछ दिन तक शुरु रहेगी, ऐसा मौसम विभाग का अनुमान है. इसलिए लू से बचाव के लिए नागरिकों ने सतर्क रहना आवश्यक है. उष्माघात के मरीजों को तुरंत उपचार मिलने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने उनके अधिनस्त रहने वाले जिला अस्पताल, उपजिला, तहसील अस्पताल व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उष्माघात उपचार केंद्र स्थापित करें तथा मरीजों के बेड उपलब्ध कराएं. इसके साथही आवश्यक सुविधाएं व औषधि भी उपलब्ध करें. उष्माघात से बचाव व उपाय योजना संबंधी व्यापक जनजागरूकता करने के निर्देश भी संभागीय आयुक्त डॉ. पाण्डेय ने बैठक में दिए.

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