अमरावती/दि.24 – इस समय कोविड वायरस का ओमिक्रॉन वेरियंट बडी तेजी से फैलने लगा है और समूचे देश में अब ओमिक्रॉन संक्रमितोें की संख्या 10 हजार से अधिक हो चुकी है. यद्यपि यह वेरियंट डेल्टा वेरियंट की तरह घातक नहीं है तथा इसके लक्षण काफी हद तक सौम्य है, लेकिन इसके बावजूद इसे लेकर अनदेखी या लापरवाही नहीं की जा सकती.
कैसे है लक्षण?
– डेल्टा की तुलना में काफी हद तक सौम्य रहनेवाले ओमिक्रॉन वेरियंट के लक्षण थोडे अलग है.
– इसमें हलका सा बुखार आकर गले में खराश होती है. साथ ही तेज बदनदर्द होते हुए रात में पसीना छूटता है.
– भूख कम होने के साथ ही उलटियां होना इस बीमारी के प्रमुख लक्षण है.
– वहीं खाद्य पदार्थों का स्वाद नहीं आना या सुगंध महसूस नहीं होना जैसे लक्षण इसमें अब तक नहीं देखे गये है.
– डेल्टा व ओमिक्रॉन में यहीं सबसे बडा फर्क है और यद्यपि मरीजों की संख्या तेजी से बढ रही है, किंतु इसकी तीव्रता काफी हद तक कम है.
सौम्य रहने के बावजूद सावधानी जरूरी
– इससे पहले पाये गये डेल्टा वेरियंट की तुलना में ओमिक्रॉन वेरियंट काफी सौम्य है.
– ओमिक्रॉन संक्रमित मरीजों को अस्पताल में भरती करने की जरूरत महसूस नहीं होती.
– डेल्टा की तुलना में ओमिक्रॉन के संक्रमण की रफ्तार करीब चार गुना अधिक है.
– यहीं वजह है कि, इन दिनों बडे पैमाने पर कोविड संक्रमित मरीज पाये जा रहे है. हालांकि इनमें से अधिकांश को सौम्य लक्षण रहने के चलते होम आयसोलेशन में रखा गया है.
दो लक्षण दिखाई देते ही बरतें सावधानी
लगातार सिरदर्द रहना और नाक का लगातार बहना यह ओमिक्रॉन के दो प्रमुख लक्षण है. जिसे चिंताजनक माना जाना चाहिए.
– स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक यद्यपि यह दोनों लक्षण बडे सामान्य दिखाई देते है, लेकिन यह कोरोना अथवा ओमिक्रॉन संक्रमण के लक्षण भी हो सकते है.
– डॉक्टरोें को अब तक ऐसी शिकायत रहनेवाले 20 से अधिक संक्रमित मरीज मिले है. अत: इन लक्षणों की अनदेखी नहीं की जानी चाहिए.
– सिरदर्द व नाक बहने का लक्षण दिखाई देते ही तुरंत डॉक्टर से मुलाकात करते हुए अपनी जांच करवानी चाहिए और खुद को कोरोंटाईन करवाना चाहिए. यह सबसे जरूरी है.