डॉक्टर साहब खुद पर इलाज करना खतरनाक
अमरावती/दि.20– मुंबई में एक डॉक्टर ने खुद पर खुद ही सलाईन लगाने से रिएक्शन होने से उसकी मृत्यू हो गई. खुद पर उपचार करना ही डॉक्टर की जान का दुश्मन बन गया. जिसके कारण वैद्यकीय ज्ञान रहने पर तज्ञ को दिखाना आवश्यक है. अन्यथा खुद के घर का घर पर उपचार करना जान पर आफत ला सकता है. डॉक्टर सहित वैद्यकीय क्षेत्र में कार्य करने वाले सभी लोगों ने घर पर इलाज करना टालना चाहिए.
* खुद का खुद पर इलाज धोकादायक
मुंबई में घटी यह घटना सभी की आंखे खोल देती है. वैद्यकीय जानकारी है मगर खुद पर खुद ही इलाज करना यह भी सही नहीं है. यह कभी कभी धोकादायक ठहर सकता है.
* सलाइन, दवाईयों का रिएक्शन हुआ तो…
बुखार अगर सादा है या गंभीर है सभी डॉक्टरों ने जानकारी रहती है. मगर सलाइन या दवाईयों का रिएक्शन हुआ तो क्या करना चाहिए इसका ज्ञान जरुर होना चाहिए.
* मुंबई की घटना ने खोली आंखे
मुंबई के सायन में लोकमान्य तिलक मेडिकल कॉलेज की घटना के बाद अनेक वैद्यकीय अधिकारी भी सावधानी बरत रहे है. खुद का खुद पर इलाज करने से जान पर आफत बन सकती है. इस घटना से देखा जा सकता है.
* तज्ञों की सलाह हमेशा लाभकारी
डॉक्टरों को बुखार व उसके उपचार के विषय में जरुर जानकारी रहती है. मगर एकाद मेडिकल अधिकारी को ही बुखार हो गया तो संबंधित तज्ञ सलाह लेना आवश्यक होता है. किसी भी दवाई की कब रिएक्शन हो जाए, यह बताया नही जा सकता है. जिसके कारण स्वास्थ के बारे में ध्यान न देना यह भी गलती हो सकती है. तज्ञ की सलाह लेना हमेशा ही लाभकारी रहने का बात तज्ञ डॉक्टरों व्दारा व्यक्त की जा रही है.