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1 करोड के लिए डॉक्टर ने किया शेयर ब्रोकर का अपहरण

पथ्रोट के डॉक्टर ने पुणे के ब्रोकर के जरिए मार्केट में लगाए थे एक करोड रुपए

* निवेश में घाटा होने पर अपनी रकम के लिए ब्रोकर को ही उठा लिया
* साथीदार के साथ दिया वारदात को अंजाम, ब्रोकर को पुणे लाया गया अकोट
* पथ्रोट पुलिस की सतर्कता से टला मामला, पुणे पुलिस भी पहुंची पथ्रोट
* दोनों अपहरणकर्ताओं को हिरासत में लेकर शेयर ब्रोकर को छुडाया गया
अमरावती/दि.17 – शेयर मार्केट में निवेश किए पैसों में हुआ घाटा निकालने के लिए एक प्रतिष्ठित डॉक्टर ने अपने साथी के साथ मिलकर पुणे के येरवडा थाना क्षेत्र से शेयर मार्केट के ब्रोकर का उसी की कार से अपहरण कर लिया. चाकू की नोंक पर उसके हाथ पैर बांधकर एक करोड रूपए की फिरौती मांगी गई. अपहृर्त ब्रोकर द्बारा ससुराल में फिरौती देने पैसे जाने पर घटना प्रकाश में आयी तब संपूर्ण पुलिस यंत्रणा अपहरणकर्ताओं की तलाश में सतर्क हो गई. अपहरणकर्ताओं को फिरौती की रकम अकोला जिले के अकोट शहर में देना तय हुआ था. लेकिन इसके पूर्व ही जिले के पथ्रोट थाना क्षेत्र में नाकाबंदी कर अपहरणकर्ताओं को पकडने में पुलिस सफल हुई. पथ्रोट पुलिस की सतर्कता से बडी अनहोनी टल गई और संबंधित ब्रोकर को अपहरणकर्ताओं के जाल से मुक्त किया गया. घटना की जानकारी मिलते ही पुणे शहर के येरवडा पुलिस स्टेशन का दल आज पथ्रोट थाना आ पहुंचा. आवश्यक प्रक्रिया पूर्ण कर आरोपियों को पुणे ले जाया गया है.
जानकारी के मुताबिक शिकायतकर्ता नितिन भास्कर सरोदे (44) का पुणे के शेयर मार्केट में ब्रोकर का व्यवसाय हैं. वह पुणे के वाकड परिसर में रहता हैं. इस ब्रोकर के साथ अमरावती जिले के अंजनगांव तहसील के विहीगांव में रहनेवाले डॉ. सुहास भांबुरकर (38) का पिछले पांच साल से परिचय हुआ था. वर्तमान में पिछले काफी समय से डॉ. भांबुरकर पुणे में ही रहते हैं. इस कारण उनका नितिन सरोदे से परिचय हुआ था. डॉ. भांबुरकर एनडीए उन्होंने ब्रोकर सरोदे के साथ शेयर मार्केट में करीबन एक करोड रूपए का निवेश किया था. लेकिन पैसा निवेश करने के बाद मुनाफा न होने पर डॉ. भांबुरकर आर्थिक परेशानी में आ गये थे. उन्होंने पैसों की आवश्यकता रहने से नितिन सरोदे से पैसों की मांग की. लेकिन सरोदे ने कहा कि उनके कहे मुताबिक उसने शेयर मार्केट में पैसा निवेश किया. लेकिन मुनाफा नहीं हुआ तो वह क्या कर सकता हैं. लेकिन दूसरी तरफ डॉ. भांबुरकर पैसों के लिए काफी परेशान था. उसने ब्रोकर सरोदे को सबक सिखाने की ठान ली और अपने परिचित साथी अंजनगांव सुर्जी के पांढरी ग्राम निवासी अल्पेश साहेबराव गुडधे (31) को पुणे बुला लिया और उसे संपूर्ण जानकारी देने के बाद सरोदे से 15 जुलाई को संपर्क किया. पुणे के येरवडा थाना क्षेत्र में ब्रोकर नितिन सरोदे कार क्रमांक एम.एच. 14 /जे.एम. -8670 में सवार होकर आते ही डॉ. सुहास भांबुरकर और उसके साथी गुडधे ने कार में ही नितिन की गर्दन पर चाकू रखकर उसे धमकाया और रस्सी से हाथ पैर बांध दिए. उसी कार से डॉ. भांबुरकर और गुडधे समृध्दि महामार्ग से होते हुए अमरावती से परतवाडा पहुंचे. लेकिन इस दौरान आष्टी में डॉ. भांबुरकर ने सरोदे से एक करोड रूपए की मांग की. तब सरोदे ने 50 लाख रूपए देने का आश्वासन दिया. अपहरणकर्ताओं ने उसे पैसों के लिए रिश्तेदारों से बातचीत करने कहा. तब नितिन सरोदे ने भुसावल जिले के वरणगांव स्थित अपने ससुराल में घटना की जानकारी देते हुए पैसों की मांग की. तब साले ने 20 लाख रूपए देने का आश्वासन दिया. इस दौरान आरोपियों ने अमरावतीे में सरोदे का एटीएम अपने कब्जे में लेकर 50 हजार रूपए भी निकाले. पैसे पास में आने के बाद डॉ. भांबुरकर और गुडधे ने अमरावती से परतवाडा की तरफ रवाना होते समय बीच रास्ते में मल्हारा ग्राम के पास अपने परिचित भूषण मनोहर तायडे को बुला लिया. इन तीनों ने कार में ही बैठकर जमकर शराब पार्टी की. करीबन 2 घंटे पार्टी में बिताने के बाद अपहरणकर्ता वहां से रवाना हुए थे. पैसों के लिए अपहरणकर्ता ब्रोकर सरोदे के ससुराल के सदस्यों के संपर्क में थे. सरोदे पर पैसे लौटाने के लिए काफी दबाव डाला गया था.

* सरोदे के ससुराल वालों ने दिखाई सतर्कता
शेयर ब्रोकर लेकिन सरोदे का अपहरण किए जाने के बाद फिरौती के लिए उसे ससुराल बातचीत करने देने के कारण इस अपहरणकांड का पता चला. वरण गांव के ससुराल वालों ने इस घटना की जानकारी तत्काल सावल पुलिस को दी. अपहरणकर्ताओं के मिले मोबाइल लोकेशन के आधार पर अमरावती ग्रामीण के जिला पुलिस अधीक्षक विशाल आनंद को इस बाबत जानकारी दी गई. पश्चात ग्रामीण अपराध शाखा के निरीक्षक किरण वानखडे के माध्यम से पथ्रोट पुलिस को सूचित किया गया.

* पथ्रोट में की गई नाकाबंदी
पुणे के शेयर ब्रोकर का उसी के कारण में अपहरण कर उसे अमरावती जिले में लाया रहने की जानकारी ग्रामीण अपराध शाखा से मिलने के बाद पथ्रोट के थानेदार एसपी पाटिल, उपनिरीक्षक गणेश मोरे, सचिन सालोडे, ठाकरे, दहीकर के दल ने नाकाबंदी कर सभी वाहनों की जांच शुरू कर दी. संदिग्ध कार एम.एच. 14/ जे.एम.- 8670 दिखाई देते ही पीएसआय गणेश मोरे ने केवल वाहनों का जांच अभियान जारी रहने की बात करते हुए कार में सवार डॉ. भांबुरकर और गुडधे को नीचे उतारा. तब पुलिस ने उन्हें चारों तरफ से घेर लिया था. उन्हें कब्जे में लेकर कार के साथ सीधे पथ्रोट थाना ले आए और अपहृर्त ब्रोकर नितिन सरोदे को मुक्त किया. साथ ही पूछताछ के बाद बीच रास्ते में पार्टी करनेवाले भूषण तायडे को भी कब्जे में ले लिया गया.

* जा रहे थे अकोट
सरोदे के ससुराल वालों ने अकोट शहर पहुंचने पर पैसे देने की बात कही थी. इस कारण अपहरणकर्ता पुणे से समृध्दि मार्ग से होते हुए अमरावती पहुंचने के बाद परतवाडा जाते समय मल्हारा ग्राम में ठहर गये थे. वहां उन्होंने भूषण तायडे के साथ दो घंटे बिताए और शराब पार्टी की. पश्चात मंगलवार 16 जुलाई को अपरान्ह 4 बजे पथ्रोट पुलिस को घटना का पता चलने पर नाकाबंदी की गई. अपहरणकर्ता पथ्रोट मार्ग से अकोट की तरफ जा रहे थे. लेकिन उन्हें बीच रास्ते में ही पकड लिया गया.

* पुणे पुलिस पहुंची आज पथ्रोट
शेयर ब्रोकर नितिन सरोदे को सकुशल बचाकर अपहरणकर्ताओं को कार के साथ पथ्रोट पुलिस द्बारा पकड लिए जाने की जानकारी पुणे के येरवडा पुलिस को मिलते ही 4 सदस्य वाला दल आज बुधवार 17 जुलाई को दोपहर 1 बजे पथ्रोट पहुंच गया. उन्होंने अपहरणकर्ताओं को अपने कब्जे में लिया. साथ ही शेयर ब्रोकर नितिन सरोदे को ठाठस बंधाकर आरोपियों के साथ पुणे की तरफ रवाना हो गये.

* दो दफा किया गया जान से मारने का प्रयास
ब्रोकर नितिन सरोदे ने पथ्रोट पुलिस को बताया कि इन अपहरणकर्ताओं ने बीच रास्ते में पहाडी मार्ग से गुजरते समय दो दफा जान से मारने का प्रयास किया था. यदि पथ्रोट पुलिस ने कार नहीं पकडी होती तो इस प्रकरण में उसकी जान जा सकती थी, ऐसा भी नितिन सरोदे ने कहा.

* ब्रोकर का साला लगातार करता रहा पीछा
ब्रोकर नितिन सरोदे द्बारा वरणगांव ससुराल में अपना अपहरण किए जाने की जानकारी देकर फिरौती देने के लिए पैसों की सुविधा करने का अनुरोध किए जाने के बाद सरोदे के ससुराल वालों ने तत्काल भुसावल पुलिस को सूचित कर दिया था. पश्चात सरोदे का साला लगातार कार के पीछे अपने साथियों के साथ चल रहा था. उसी के द्बारा दिए गये लोकेशन के आधार पर पुलिस अपहरणकर्ताआेंं को पकडने में सफल हुई.

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