अमरावती

कोरोना निगेटीव महिला की प्रसूति करने से डॉक्टर ने किया इन्कार

ऐन समय पर डफरीन अस्पताल में प्रसूति हेतु भेजा

  • एक फोन कॉल से गडबडाया पूरा मामला

  • महिला के परिजनों ने पुलिस में दर्ज करायी शिकायत

अमरावती प्रतिनिधि/दि.२६ – गत रोज स्थानीय राजापेठ स्थित डॉ. कल्पना राठी के अस्पताल में मसानगंज परिसर निवासी गर्भवति महिला भारती रोशन साहू (२३) की प्रसूति करने की तमाम तैयारियां पूरी हो चुकी थी और ऐन समय पर भारती साहू के मोबाईल पर आये एक कॉल की वजह से डॉ. कल्पना राठी ने इस महिला की प्रसूति करने से इन्कार कर दिया और उसे जिला स्त्री अस्पताल में प्रसूति हेतु जाने हेतु कहा. जिसके चलते संबंधित महिला के परिजन संतप्त हो गये और उन्होंने डॉ. कल्पना राठी सहित राठी अस्पताल के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करायी. इस संदर्भ में मिली जानकारी के मुताबिक गर्भवति होने पश्चात विगत नौ माह से मसानगंज निवासी भारती रोशन साहू अपना इलाज प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. कल्पना राठी से करवा रही थी और गत रोज प्रसवपीडा शुरू होने के बाद साहू परिवार भारती को प्रसूति हेतु डॉ. कल्पना राठी के यहां लेकर पहुंचा. इससे पहले भारती साहू की रैपीड एंटीजन व आरटी-पीसीआर टेस्ट करवायी जा चुकी थी. जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आयी थी और यह रिपोर्ट डॉ. कल्पना राठी को भी दिखाई जा चुकी थी. जिसके चलते डॉ. कल्पना राठी ने इस महिला की जांच करने के साथ ही उसकी प्रसूति करने की तैयारी शुरू की. इस संदर्भ में डॉ. कल्पना राठी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक भारती साहू को ओपीडी में प्रवेश दिये जाने के कुछ देर बाद उसके मोबाईल पर एक कॉल आयी और कॉल करनेवाले व्यक्ति द्वारा कही जा रही बात समझ में नहीं आने की वजह से भारती साहू ने अपना मोबाईल पास ही उपस्थित नर्स को दिया. इस समय दूसरी ओर से कॉल करनेवाले व्यक्ति ने कहा कि, वह इर्विन अस्पताल से बात कर रहा है और भारती साहू की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजीटिव आयी है. यह बात सुनने के बाद उस नर्स ने इसकी जानकारी डॉ. कल्पना राठी को दी. जिसके चलते डॉ. राठी ने भारती साहू को इलाज एवं प्रसूति हेतु सुपर स्पेशालीटी में जाने के लिए कहा. वहीं भारती के पति रोशन साहू व अन्य परिजनों द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक उनके पास भारती के कोरोना निगेटीव रहने की रैपीड एंटीजन टेस्ट रिपोर्ट व आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट उपलब्ध थी, जो उन्होंने डॉक्टर को दिखाई. साथ ही कहा कि, भारती का विगत नौ माह से आपके यहां पर ही इलाज चल रहा था. अत: अब ऐन प्रसूति के समय आप इलाज करने से इन्कार मत किजीये, क्योकि इससे जच्चा-बच्चा के लिए खतरा उत्पन्न हो सकता है. जिस पर डॉ. कल्पना राठी का कहना पडा कि, भारती की दुबारा कोरोना टेस्ट करवायी जाये. और यदि उसकी रिपोर्ट निगेटीव आती है, तो ही राठी हॉस्पिटल में उसकी प्रसूति होगी. लेकिन प्रसव पीडा को झेल रही भारती की ऐन समय पर कोरोना टेस्ट कैसे करवायी जाये, यह अपने आप में बडा सवाल था. साथ ही इस दौरान भारती के परिजनों ने जिस नंबर से कॉल आयी थी, उस नंबर पर करीब ३० से ४० बार कॉल किया. लेकिन दूसरी ओर से कोई प्रतिसाद नहीं मिला. जिसके बाद साहू परिवार के कुछ लोग तुरंत सुपर स्पेशालीटी अस्पताल पहुंचे और वहां के अधिक्षक डॉ. तुलसीदास भिलावेकर से मिलकर उन्हें पूरा वाकया बताया. जिसके बाद डॉ. भिलावेकर ने भारती की निगेटीव रिपोर्ट पर रिमार्क लिखा कि, रिपोर्ट निगेटीव रहने के चलते मरीज को भरती करने और उसका इलाज करने में कोई हरकत नहीं है. इस रिमार्कवाली रिपोर्ट को लाकर जब डॉ. राठी को दिखाया गया और उनसे भारती की प्रसूति करने की विनंती की गई, तो इसके बावजूद भी डॉ. कल्पना राठी ने उस रिमार्क के नीचे दूसरा रिमार्क मारते हुए ‘रेफर टू सुपर स्पेशालीटी हॉस्पिटल‘ लिखा और भारती की प्रसूति नहीं करने की भूमिका पर वह अडी रही. जिसके चलते इस दौरान तीन-चार घंटे तक की गई दौडभाग व्यर्थ चली गयी और सारे पर्याय बंद हो जाने के चलते अंतत: साहू परिवार ने भारती को जिला स्त्री अस्पताल में भरती करवाया. जहां पर कुछ ही देर बाद भारती की नॉर्मल डिलेवरी हुई और उसने एक प्यारे से बच्चे को जन्म दिया. इसके साथ ही १८ सदस्यीय साहू परिवार में १९ वे सदस्य का आगमन हुआ.

पुलिस में दर्ज करायी गयी शिकायत
जिस फोन से आयी एक कॉल की वजह से इतनी तकलीफें हुई. उस फोन धारक के खिलाफ साहू परिवार ने २४ सितंबर को नागपुरी गेट पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करायी है. जिसके आधार पर पुलिस ने अदखलपात्र अपराध दर्ज किया है. वहीं दूसरी ओर साहू परिवार द्वारा अब डॉ. कल्पना राठी व राठी हॉस्पिटल के खिलाफ अदालत के जरिये कानूनी कार्रवाई करने की भी तैयारी की जा रही है. बॉ्नस हमने भारती साहू पर डॉ. कल्पना राठी के यहां नियमित तौर पर इलाज करवाया, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने भारती की लिखित रिपोर्ट पर विश्वास नहीं किया, बल्कि एक अनजान नंबर से आयी फेक कॉल पर भरोसा करते हुए भारती की प्रसूति करने से इन्कार किया. इससे जच्चा-बच्चा की जिंदगी खतरे में पड गयी और यह मामला जीने-मरने से संबंधित था. ऐसे में हमने डॉ. कल्पना राठी के खिलाफ अदालत में मुकदमा दायर करने का निर्णय लिया है. – रोशन साहू व साहू परिवार अमरावती.

मैने भारती साहू को अपने अस्पताल में प्रवेश दिया और उसके दिल की धडकनों की जांच भी की. इसी समय भारती साहू के मोबाईल पर उसके कोरोना पॉजीटीव रहने से संबंधित फोन आया. जिसके चलते मैने नियमानुसार अपने यहां उसका इलाज रोकते हुए उसे तुरंत ही डफरीन अस्पताल में जाने की सलाह दी, क्योकि यदि मैं ऐसा नहीं करती, तो मेरे अस्पताल के अन्य मरीजों तथा स्टाफ सदस्यों के कोरोना संक्रमित होने का खतरा था. मैं खुद दमा की बीमारी से पीडित हूं और किसी कोरोना संक्रमित मरीज का इलाज करना मेरे लिये काफी खतरनाक साबित हो सकता है. – डॉ. कल्पना राठी स्त्री रोग विशेषज्ञ, अमरावती.

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