अमरावती

श्री क्षेत्र कौंडण्यपुर के अंबादेवी मंदिर में हर दिन अन्नदान

महोत्सव में 1321 अखंड ज्योत का रिकॉर्ड

* विविध धार्मिक कार्यक्रम, दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड
अमरावती/दि.18– नवरात्र के 9 दिन निरंतर शुरु रहनेवाली 1321 अखंड ज्योत प्रज्वलित कर श्री क्षेत्र के कौंडण्यपुर के रुक्मिणी हरण मंदिर यानी श्री अंबिका देवी संस्थान में नवरात्रि उत्सव की शुरुआत हुई है. इस अवसर पर आनेवाले श्रद्धालुओं के लिए संस्था के तरफ से नि:शुल्क फल वितरण किया जा रहा है. इसके अलावा पूर्ण वर्ष हर दिन जरुरतमंदों को अन्नदान कर श्री अंबादेवी संस्थान निरंतर सेवा दे रही है.
श्री क्षेत्र कौंडण्यपुर की श्री अंबिका देवी संस्थान का पौराणिक इतिहास है. महाभारत, रामायण में इसका उल्लेख है. विदर्भ कन्या माता रुक्मिणी का हरण भी इसी मंदिर से हुआ है. कुलस्वामिनी आदिशक्ति श्री अंबिका माता संस्थान को रक्मिणी हरण मंदिर के रुप में देशभर में पहचाना जाता है, ऐसा पौराणिक इतिसाह रहेे श्री अंबिका देवी संस्थान में नवरात्र के 9 दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड रहती है. विशेष यानी तडके 5 बजे की आरती के लिए भक्तगण 10 से 20 किमी पैदल आकर मनोकामना पूर्ण करते हैं. देवी का आकर्षक श्रृंगार भक्तों को मंत्रमुग्ध कर देने वाला पल रहता है. सुबह की आरती होने के बाद सुबह 7 बजे देवी का अभिषेक व श्रृंगार किया जाता है. पश्चात दोपहर 12 बजे नवैद्य आरती और उसके बाद शाम 7 बजे महाआरती ऐसा नित्य क्रम नवरात्रोत्सव के दौरान शुरु है. भागवत, हरीपाठ, भक्तों के लिए सुबह 5 बजे से मंगल ग्रुप की तरफ से फरार वितरण भी किया जाता है. इसके पूर्व संस्थान की तरफ से हर दिन यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए और जरुरतमंदों को वर्षभर अन्नदान किया जाता है. संस्थान की गौशाला है. यहां 150 से 200 गौवंश का संवर्धन किया जाता है.

* 1331 अखंड ज्योत
पहली ज्योत यह अंबिका देवी संस्थान नाम से लगाई जाती है. पश्चात एक नंबर से श्रद्धालुओं की ज्योत का शुभारंभ होता है. राज्य के श्रद्धालु मनोकामना पूर्ति अखंड दीप ज्योत यह काफी आस्था के साथ लगाते हैं. इस वर्ष 1312 अखंड ज्योत की संख्या से अधिक होने से रिकॉर्ड ब्रेक ज्योत इस वर्ष लगाई गई है.

* जरुरतमंदों समेत श्रद्धालुओं के लिए हर दिन अन्नदान
आदिशक्ति श्री अंबिका देवी संस्थान ऐतिहासिक और पौराणिक मंदिर है. साक्षात विदर्भ कन्या माता रुक्मिणी इस मंदिर में देवी के दर्शन के लिए आई है. रुक्मिणी हरण भी इसी मंदिर से हुआ है. अंबिका देवी मंदिर में इस वर्ष नवरात्रोत्सव में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है. यहां आनेवाले भक्तगणों के लिए और जरुरतमंदों को पूर्ण वर्ष हर दिन अन्नदान किया जाता है.
– नरेंद्र महाराज पुरी,
पुजारी, अंबादेवी संस्थान

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