अमरावती

कोरोना संक्रमितों को प्लाज्मा के जरिये जीवनदान

अमरावती/दि.३ – इस समय कोरोना की संक्रामक बीमारी बडी तेजी से पांव पसार रही है और फिलहाल तक इस बीमारी के लिए किसी तरह की कोई दवाई अथवा इलाज उपलब्ध नहीं है. लेकिन इसी दौरान एक आशा की किरण जागी है. जिसे प्लाज्मा थेरेपी के तौर पर चिन्हीत किया गया. कोरोना संक्रमित होने के बाद कोविड अस्पतालों में रहनेवाले पश्चात कोविड मुक्त हो जानेवाले मरीजों के शरीर में इस संक्रामक बीमारी से लडने की रोग प्रतिकारक क्षमता उत्पन्न हो जाती है और यदि ऐसे कोविड मुक्त हो चुके लोगों का प्लाज्मा अन्य कोरोना संक्रमित मरीजों को चढाया जाता है, तो उन्हें कोविड मुक्त करने में सहायता मिलती है, ऐसा वैद्यकीय निष्कर्षों के जरिये पता चला है. इसके तहत अमरावती जिले में प्लाज्मा थेरेपी करने को अनुमति प्रदान की गई है और अब तक २८ प्लाज्मा दाताओं ने आगे आते हुए अपना प्लाज्मा दान किया. जिसकी वजह से ५५ कोरोना संक्रमित मरीजों को जीवनदान दिया गया. बता दें कि, प्लाज्मा थेरेपी के तहत ब्लड बैंक में रक्तदाता का रक्त लेने के बाद मशीन के जरिये उसका सेपरेशन किया जाता है. जिसके तहत प्लाज्मा, प्लेटलेट व लालपेशियों जैसे घटक अलग-अलग किये जाते है और जिस मरीज को जिस घटक की आवश्यकता होती है, उसे वह घटक उपलब्ध कराया जाता है.

इस बार जनवरी से सितंबर के दौरान हुआ रक्त संकलन

     माह           यूनिट

  • जनवरी         १५००
  • फरवरी         ९७९
  • मार्च            १०५७
  • अप्रैल          ३३५
  • मई             ९२७
  • जून            १००३
  • जुलाई          ५०२
  • अगस्त         ९५३
  • सितंबर         ५७२

 

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जिस गांव या कस्बे में कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं है, उस क्षेत्र के लोगों ने रक्तदान के लिए आगे आना चाहिए. कोरोना संक्रमित मरीजों के साथ ही इन दिनों अन्य कई मरीजों के लिए बडे पैमाने पर खून की जरूरत पैदा हो रही है. इसके साथ ही कोविड मुक्त हो चुके लोगोें ने भी अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए प्लाज्मा दान करने हेतु आगे आना चाहिए.

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