
अमरावती/ दि.9 – एक निराधार बालिका की तबीयत काफी ज्यादा खराब होने के कारण उसे खून की आवश्यकता थी. ऐसे में हमेशा ही जनकल्याण का काम करने वाली श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल की चाईल्ड लाइन के सदस्यों ने स्वयं रक्तदान कर उस 14 वर्षीय बालिका को जीवनदान दिया.
महिला व बालविकास मंत्रालय भारत सरकार अंतर्गत 0 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए नि:शुल्क आपातकालिन सेवा चाईल्ड लाइन 1098 कार्यरत है. शहर के एक क्षेत्र में 14 वर्षीय बालिका को स्वास्थ्य सहायता की जरुरत थी. इसकी जानकारी मिलते ही चाईल्ड लाइन के सदस्य वहां पहुंचे. दोनों ने वहां जो देखा वह सभी को हैरान करने वाला मंजर था. उस बालिका के माता-पिता न होने के कारण रिश्तेदार संभाल रहे थे, लेकिन दूसरे के बच्चों को जिस तरह रखा जाता है वैसे ही जीवन वह बालिका जी रही थी. पिछले 15 दिनों से बीमार थी. उसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा था. बुखार, सर्दी, खांसी से बिलख रही थी. उसका ध्यान रखने के लिए किसी के पास समय और रुपए नहीं थे. यह देखकर चाईल्ड लाइन के सदस्य बगैर देर लगाए उसे जिला सामान्य अस्पताल में भर्ती कराया. जांच में पता चला कि अधुरे पोषण के कारण कमजोरी की वजह से उसे पिलिया और टायफाईड हो गया है. उसके शरीर में खून काफी कम है. डॉक्टरों ने उसका इलाज शुरु किया.
लेकिन उस बालिका को खून कहा से दे, रक्तदाता कहा से मिलेंगे, इस चिंता में डॉक्टरों की परेशानी को देखते हुए चाईल्ड लाइन के स्वयंसेवकों ने रक्तदान कर समस्या हल की. दिन रात उस लडकी की माता-पिता की तरह देखभाल की. आखिर उस 14 वर्षीय बालिका के स्वास्थ्य में तीन दिन बाद सुधार आया. चाईल्ड लाइन की टीम ने लडकी को बालकल्याण समिति के समक्ष पेश कर उसे सरकारी छात्रावास में रखा. उसके स्वास्थ्य, शिक्षा, देखभाल की जिम्मेदारी अब चाईल्ड लाइन की टीम उठाएगी. इस सराहनीय कार्य में श्री हनुमान व्यायाम प्रसारक मंडल के प्रधान सचिव पद्मश्री प्रभाकरराव वैद्य, सचिव प्रा. डॉ. माधुरी चेंडके, चाईल्ड लाइन के संचालक प्रा. डॉ. नितीन काले के मार्गदर्शन में बाल कल्याण समिति, जिला अस्पताल की टीम, चाईल्ड लाईन समन्वय अमित कपुर, समुपदेशक सपना गजभीये, टीम के सदस्य मीरा राजगुरे, पंकज शिनगारे, सरिता राउत, अजय देशमुख, शंकर वाघमारे, ऋषभ मुंदे, अभिजित ठाकरे का समावेश है.