* नीलामी हेतु 239 खरीददार पहुंचे कबाड की बोली लगाने
अमरावती/दि.12 – अमरावती फसल मंडी जो न करे, कम है. अब कबाड की नीलामी का ही विषय ले, मंडी प्रशासन को नहीं मालूम की उसके पास कितना किलो या क्विंटल कबाड है, उसने आज दोपहर बोलियां शुरु कर दी. समाचार लिखे जाने तक 239 खरीददार कबाड की बोली लगाने पहुंच गये थे. 25 रुपए से लेकर 30 रुपए किलो तक एल्यूमिनियम, लकडी, लोहा और अन्य कबाड अलग-अलग लॉट में नीलाम किया जा रहा था. दोपहर तक कुछ ही बोलियां लगने का समाचार देते हुए सूत्रों ने बताया कि, प्रत्येक व्यापारी से एपीएमसी ने जमानत के तौर पर 20-20 हजार रुपए जमा करवा लिये थे.
* लोहे में लकडी और लकडी में एल्यूमिनियम
वहां पहुंचे कबाडियों ने अमरावती मंडल को बताया कि, अलग-अलग लॉट में भंगार का नीलाम किया जा रहा है. किंतु लकडी में लोहे के कुछ सामान और ऐसे ही एल्युमिनियम में कही-कही लकडियोें का माल रहने से घालमेल हो गया था. कबाडियों ने बोली से पहले एपीएमसी प्रबंधन से गुहार लगाई कि, वह अलग-अलग लॉट कर दे, तो बेहतर रहेगा. मंडी समिति को भी अच्छे दाम इससे मिल सकेंगे. अन्यथा उसका लोहा कही एल्युमिनियम के दाम में न बिक जाये.
* डीडीआर की अनुमति
मंडी समिति ने बताया कि, डीडीआर की आवश्यक अनुमति लेने के पश्चात समाचार पत्रों, मीडिया में विज्ञापन देकर आज की भंगार की नीलामी रखी गई. वहां कबाडियों का कन्फुजन दूर करने की भी मंडी समिति ने कोशिश की. उन्होंने स्पष्ट किया कि, प्लास्टिक, लकडा, लोहा और एल्युमिनियम के कबाड का हर्रास अलग-अलग ही होगा. बोली के हिसाब से खरीददार को पैसे जमा कराने होंगे. खरीदे गये माल का बाद में वजन, माप होने की जानकारी दी गई. सैकडों कबाडी एपीएमसी में पहुंचने से वहां गहमा-गहमी हो गई थी. ऐसे में मंडी समिति ने लाउड स्पीकर से घोषणाएं जारी रखी.
* जगह खाली करने भंगार की विक्री
मंडी सभापति हरीश मोरे ने अमरावती मंडल को बताया कि, शीघ्र ही खरीफ सीजन के माल की आवक शुुरु होनी है. ऐसे में मंडी परिसर में जगह-जगह पडे कबाड की विक्री का निर्णय डीडीआर की परमिशन से किया गया है. कबाड हटने से किसानों के माल हेतु जगह उपलब्ध होगी. उन्होंने यह भी बताया कि, नीलामी संपूर्ण नियमानुसार हो रही है.