अमरावती

निराशा व तनाव आने पर घबराए नहीं, टोल फ्री नंबर पर कॉल करें

आत्महत्या के मामले रोकने सरकार कर रही प्रयास

* समूपदेशन हेतु शुरु की गई टेली मानस सेवा
अमरावती/दि.27– कई बार मानसिक तनाव और निराशा के चलते कुछ लोग आत्मघाती कदम उठा लेते है. जिसकी वजह से समूचे देश में आत्महत्या का प्रमाण काफी बडे पैमाने पर बढा हुआ है. इसे रोकने हेतु बेहद जरुरी होता है कि, मानसिक तनाव या निराशा का शिकार रहने वाले व्यक्ति का समय रहते समूपदेशन किया जाए. इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्बारा टेली मानस टोल फ्री क्रमांक 14415 तथा 1800-89-14-416 जारी किया गया है. इन दोनों टोल फ्री नंबरों पर संपर्क करने के बाद संबंधित व्यक्ति का समूपदेशन किया जाता है.
उल्लेखनीय है कि, विविध कारणों के चलते तनावग्रस्त जीवन जीने वाले लोगों के मन में आत्महत्या करने का विचार लगातार शुरु रहता है. ऐसे लोगों का त्वरित समूपदेशन करना बेहद जरुरी होता है. परंतु कई बार तनाव एवं निराशा का शिकार व्यक्ति अपने समस्या के बारे में अपने परिवार के सदस्यों से बात करने में घबराता है. जिसके चलते ऐसे तनावग्रस्त नागरिकों हेतु समूपदेशन केंद्र चलाए जाते है. परंतु तनाव एवं निराशा का शिकार रहने वाला व्यक्ति ऐसे समूपदेशन केंद्रों में जाने को लेकर भी हिचकिचाता है. जिसके चलते अब मानसिक स्वास्थ्य परामर्श व समूपदेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग के जरिए टोल फ्री नंबर जारी किया गया है.
* क्या है टेली मानस सेवा?
टेली मानस यह राष्ट्रीय टेली मैंटल हेल्थ प्रोग्राम है. जिसके अंतर्गत मानसिक तनाव की वजह से होने वाली आत्महत्याओं को रोकने का उद्देश्य सरकार द्बारा तय किया गया है.
* निराशा के चलते 206 किसान आत्महत्याएं
जारी वर्ष में जनवरी से अगस्त तक 8 माह की कालावधि के दौरान निराशा के चलते 206 किसानों द्बारा आत्महत्या किए जाने की जानकारी प्रशासन की ओर से प्राप्त हुई है. साथ ही मानसिक तनाव की वजह से युवाओं द्बारा भी आत्महत्या किए जाने के मामले बढे है. ऐसा चित्र दिखाई दे रहा है.
* इन दो टोल फ्री क्रमांक पर करें कॉल
टेली मानस सेवा का लाभ लेने हेतु 14416 अथवा 1800-89-14-416 इन टोल फ्री नंबरों पर कॉल करते हुए नि:शुल्क समूपदेशन सेवा का लाभ लिया जा सकता है. इन टोल फ्री नंबरों पर होने वाले संवाद के जरिए किसी भी व्यक्ति के मानसिक तनाव की वजह को ध्यान में रखते हुए मानसोपचार विशेषज्ञों द्बारा मार्गदर्शन किया जाता है.
* जान देकर हल नहीं होती समस्या, व्यक्त होना जरुरी
– किसी भी तरह की कोई समस्या या दिक्कत रहने पर उसके बारे में अपने परिवार के किसी सदस्य अथवा अपने नजदीकी रहने वाले किसी व्यक्ति से इस बारे में बात करनी चाहिए.
– अपनी किसी भी समस्या के बारे में किसी से बात करने और व्यक्त होने पर मन हलका हो जाता है. साथ ही इस बात को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए कि, जीवन को खत्म करने और आत्महत्या करने के चलते कभी किसी समस्या का समाधान नहीं होता है.
* जिला अस्पताल में समूपदेशक से करें भेंट
जिला सामान्य अस्पताल में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर इलाज एवं समूपदेशन की सुविधा उपलब्ध है. ऐसे में यदि किसी भी तरह का कोई मानसिक तनाव होता है, तो जिला सामान्य अस्पताल में जाकर कोई भी व्यक्ति समूपदेशक से मुलाकात करते हुए अपनी मानसिक समस्या के बारे में बात कर सकता है.
* मानसिक तनाव की वजह से होने वाली आत्महत्या जैसी घटनाओं को रोकने हेतु बेहद जरुरी है कि, तनाव एवं निराशा का शिकार होकर आत्मघात की मानसिकता तक पहुंच चुके व्यक्ति का समय रहते समूपदेशन किया जाए. इस बात के मद्देनजर टेली मानस सेवा को शुरु किया गया है. इसके तहत टोल फ्री नंबर जारी किए गए है. जिन पर संपर्क करने पश्चात संबंधित व्यक्ति को नि:शुल्क समूपदेशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है.
– डॉ. दिलीप सौंदले,
जिला शल्यचिकित्सक

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