अमरावती

डॉ. अंसार की ‘अरबाब-ए-नजर’ पुस्तक का विमोचन

राज्यभर से उर्दू साहित्याकार रहे उपस्थित

  • फारान अदबी फोरम का उपक्रम

अमरावती/दि.17 – शहर के नामचिन उर्दू साहित्कारों व्दारा गठित अदबी और सांस्कृतिक तन्जीम फारान अदबी फोरम की ओर से होटल आदर्श यहां सुविख्यात लेखक एवं रचनाकार तथा टीकाकार डॉ. नसिरोद्दीन अंसार की नई किताब ‘अरबाब-ए-नजर’ पुस्तक का विमोचन किया गया. विमोचन समारोह में देश और राज्य के विविध क्षेत्रों के लेखक व साहित्यकार तथा शायर उपस्थित थे. देश के नामचिन मुस्लिम स्कॉलर मुफ्ति अशफाक कासमी की अध्यक्षता में समारोह का आयोजन किया गया था. समारोह में अंतर्राष्ट्रीय ख्याती प्राप्त शायर नईम फरान ने अम्द से किया.
नवजवान शायर अदिब अलीमी ने प्रस्तावना रखी उसके पश्चात सभी महेमानों की उपस्थिति में विश्व विख्यात शोधक डॉ. याहया नशीद ने ‘अरबाब-ए-नजर’ पुस्तक का विमोचन किया. समारोह का संचालन अबरार काशीफ ने किया. विमोचन समारोह के पश्चात ‘अरबाब-ए-नजर’ पुस्तक पर गुफ्तगू करते हुए डॉ. मसदुल्ला (नागपुर) ने डॉ. अंसार की तारीफ की. उन्होंने कहा कि डॉ. अंसार को उर्दू भाषा का गहरा ज्ञान है और उनकी कलम में बहुत ताकत है. यही कारण है कि अभी हाल ही में उनकी पुस्तक को महाराष्ट्र साहित्य अकादमी का प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ है.
उनके बाद महशूर शोधक डॉ. शरफोद्दीन साहिल ने उर्दू में खाका निगारी की परंपरा पर विस्तार से रौशनी डालते हुए कहा कि अगर खाका निगार को भाषा पर प्रभूत्व हो तो खाके में व्यक्ति चलता फिरता नजर आता है और उन्होंने कहा कि डॉ. अंसार ने एक खाका निगार की सभी खूबिया मौजूद है. उनके बाद बालभारती पुणे के उर्दू अफसर खान नवेदुल हक ने बालभारती में डॅा. अंसार की सक्रियता और काम की लगन की खूब सरहाना की. इस अवसर पर विश्व विख्यात डॉ. याहया ने डॉ. नसीम की नई किताब पर रौशनी डालते हुए उनके विविध विषयों पर लेखन की सराहना की.
मुफ्ति अशफाक कासमी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में ‘अरबाब-ए-नजर’ पुस्तक को उर्दू साहित्य में एक इजाफा करार दिया और उन्होंने डॉ. अंसार को बधाई दी. समारोह का संचालन डॉ. अबरार कासीफ ने किया व आभार एड. अतहर शमीन ने माना. विमोचन समारोह के पश्चात कवि सम्मेलन का भी आयोजन किया गया था. इस अवसर पर उर्दू प्रेमियों के अलावा संपूर्ण राज्यभर से साहित्यकार मौजूद थे. जिनमें रमीज शेख (यवतमाल), जव्वाद हुसैन, रबीक शाह, नईम फराज, ऐजाज बिस्मिल, शहजाद खुर्रम (अकोला).
मो. हारुण खान, आरेफा (मुंबई), डॉ. इमरान सनाउल्ला खां, अजहर जमील, मो. जावेद (परतवाडा), शाकील नदबी, मो. अताह, इरशाद खां (चांदूर बाजार), डॉ. नातिक, मो. शाहीद, मो. आकीद, इरशाद राही, मो. जावेद (दर्यापुर), कैसर अहमद, इस्माईल राज, रिजवान शेख (वाशिम), एड. मतीन, इस्माइल गौहर, अलीम इस्माईल (नांदूरा), मंजूर अहमद, मो. रफीक, दिलशाह अहमद, नेमत जमदार, मो. जावेद (माना), मो. आमिर (नेर), अमीद शारीक (बालापुर),अनीस शौक ( शेगांव), सलीम चव्हाण(दिग्रस), वहीद खां, हाजी मुश्ताक, गुलाम अहमद, अब्दुल मतीम, मुख्तार अहमद, मो. हाबिद (बडनेरा) आदि मौजूद थे.

Related Articles

Back to top button