अमरावती के डॉ. आयुष हेडा को मिला स्वर्णपदक
एम्स ऋषिकेश से डीएम/एमसीएच में हासिल किए सर्वाधिक अंक

* केंद्रीय मंत्री नड्डा व उत्तराखंड के सीएम धामी के हाथों हुआ सत्कार
अमरावती/दि.17 – मुलत: अमरावती से वास्ता रखनेवाले गायनेकोलॉजिक कैंसर विशेषज्ञ डॉ. आयुष अजयकुमार हेडा को एम्स ऋषिकेश से डीएम/एमसीएच पाठ्यक्रम के तहत सर्वाधिक अंक हासिल करने पर स्वर्णपदक देकर सम्मानित किया गया. डॉ. आयुष हेडा को यह स्वर्णपदक एवं सम्मान केंद्रीय स्वास्थ व परिवार कल्याण मंत्री जयप्रकाश नड्डा के हाथों उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्करसिंग धामी एवं केंद्रीय भूतल परिवहन व महामार्ग राज्यमंत्री अजय तामता सहित उत्तराखंड की विधानसभा अध्यक्ष ऋतू खंडुडी भूषण, केंद्रीय स्वास्थ राज्यमंत्री डॉ. धनसिंह रावत, नैनिताल के सांसद अजय भट, उत्तराखंड के मंत्री सुबोध उनियाल, पूर्व मंत्री व विधायक प्रेमचंद्र अग्रवाल, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसूम कंडवाल, अकादमीक डीन प्रा. जया चतुर्वेदी, चिकित्सा अधीक्षक प्रा. बी. सत्या, उपनिदेशक (प्रशासन) कर्नल राजीवसेन रॉय, परीक्षा विभाग के डीन प्रशांत पाटिल, वित्तिय सलाहकार लेप्टीनंट कर्नल एस. सिद्धार्थ व आयोजन समिति की अध्यक्षा प्रा. लतिका मोहन की प्रमुख उपस्थिति में समारोहपूर्वक प्रदान किया गया.
उल्लेखनीय है कि, डॉ. आयुष हेडा ने दो नामांकित इंटरनेशनल फेलोशिप भी पूरी की है. जिनमें बर्मिंघम कैंसर सेंटर (यूके) की गायनेकोलॉजिक फेलोशिप तथा चैरिटे युनिवर्सिटी बर्लिन (जर्मनी) की युरोपीयन सोसायटी ऑफ गायनेकोलॉजिक ओंकोलॉजिक प्रायोजित फेलोशिप का समावेश है. डॉ. आयुष हेडा को वर्ष 2021 की एमसीएच बैच में सर्वाधिक अंक हासिल करने के लिए स्वर्णपदक प्रदान किया गया है. उनके साथ ही एमसीएच की वर्ष 2021 की बैच में डॉ. इप्शिता साहू एवं वर्ष 2022 की बैच में डॉ. रिद्मा बहल को स्वर्णपदक प्रदान किया गया. इसके अलावा एमडीएस-2022 की बैच से डॉ. आकांक्षा व्यास, एमबीबीएस-2018 की बैच से डॉ. कशीश, डॉ. अदिती, डॉ रिषिता व डॉ. संचित गुप्ता, एमएएससी नर्सिंग-2022 की बैच से वर्षा शर्मा व बीएससी नर्सिंग-2020 की बैच से पारुल पाल को सर्वाधिक अंक प्राप्त करने हेतु स्वर्णपदक प्रदान किए गए. इसके अलावा डॉ. मोमिता को रजत पदक तथा एमबीबीएस-2018 की बैच से डॉ. अदिती को कांस्यपदक प्रदान किया गया.
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने एम्स के दीक्षांत समारोह में मेडीकल व पैरामेडीकल के 434 छात्र-छात्राओं को पदक व पदवियां प्रदान करते हुए कहा कि, देश के विकास में चिकित्सकों की भूमिका काफी अहम होती है और सभी चिकित्सकों ने अपने अनुभव को समाज व देश की सेवा में लगाना चाहिए. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, भाजपा नेता अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देशभर में एम्स संस्थानों ने गति पकडनी शुरु की है. विगत आधी सदि में देश के पास केवल एक ही एम्स था. वहीं अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्रित्व काल के दौरान देश में 6 एम्स स्थापित हुए और अब पीएम नरेंद्र मोदी के 10 वर्ष के कार्यकाल दौरान देश में 16 नए एम्स स्थापित किए जा चुके है. साथ ही विगत 10 वर्षों के दौरान देशभर में 780 नए मेडीकल कॉलेज स्थापित करते हुए 1 लाख 75 हजार आयुष्यमान आरोग्य मंदिर भी स्थापित किए गए है. जिनके जरिए देशभर में स्वास्थ सुविधाएं बुनियादी तौर पर मजबूत हो रही है.