डॉ.बाबासाहब आंबेडकर व नेल्सन मंडेला का शोधग्रंथ भविष्य का दीपस्तंभ
प्रा. साहेबराव विधले ने कहा
अमरावती/दि.17– डॉ. बाबासाहब आंबेडकर तथा नेल्सन मंडेला का शोधग्रंथ यह भविष्य का दीपस्तंभ है, ऐसा प्रा. साहेबराव विधले ने कहा. वे ह्युमन फउंडेशन अमरावती व जेतवन सेवाभावी संस्था की ओर से डॉ. बाबासाहब आंबेडकर एवं नेल्सन मंडेला के शोधग्रंथ का संगाबा विद्यापीठ अमरावती के बी.ए. भाग-1 इतिहास अभ्यासक्रम में समाविष्ट किए जाने पर ग्रंथ के लेखक डॉ. रविंद्र खंडारे के सत्कार समारोह में कार्यक्रम अध्यक्ष के तौर पर बोल रहे थे. समारोह का उद्घाटन सांसद बलवंत वानखडे ने किया तथा प्रमुख अतिथि के रूप में विधायक सुलभा खोडके, डॉ. नितीन कोली (संचालक संगाबा विद्यापीठ परीक्षा व मूल्यमापन मंडल ), सीनेट सदस्य प्रा. डॉ. संतोष बनसोड, डॉ. रविंद्र मुंद्रे, रमेश कटके, प्रा. गोपीचंद मेश्राम, अशोकराव अर्डक, कोकिला खंडारे मंच पर उपस्थित थे.
सर्वप्रथम कार्यक्रम अध्यक्ष प्रा. साहेबराव विधले, विधायक सुलभा खोडके, डॉ. नितीन कोली, डॉ. बनसोड इन मान्यवरों के हस्ते प्रतिमा का पूजन कर माल्यार्पण किया गया. उसके पश्चात सभी अतिथियाेंं का पुष्पगुच्छ प्रदान कर सत्कार किया गया. कार्यक्रम का प्रास्ताविक राजाभाउ गुडधे ने किया. डॉ. संतोष बनसोड ने ग्रंथ को लेकर महत्वपूर्ण समीक्षा अपने भाषण द्बारा विषद की. वहीं डॉ. रविंद्र खंडारे, रमेश कटके, गोपीचंद मेश्राम, पूर्व विधायक उपेंद्र शेंडे ने भी अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्र्रम का संचालन वैशाली वानखडे ने किया तथा आभार जेतवन संस्था के अशोकरव सुखदेवे ने माना. कार्यक्रम को सफल बनाने सुरेशराव दहीकर, अशोकराव सुखदेवे, अनिल वानखडे, अशोक अर्डक, रविंद्र सिरसाट, मुख्याध्यापक जवंजाल, नरेश पाटिल ने अथक प्रयास किए. इस अवसर पर शहर के मान्यवर उपस्थित थे.