डॉ. बख्तार का शोध विश्वविख्यात मेडिकल जर्नल्स में प्रकाशित
कोरोना काल में मरीजों का किया था सफल उपचार
अमरावती/दि.14 – पिछले साल कोरोना महामारी ने संपूर्ण देश को जकड लिया था. कोरोना से हो रही मौते स्वास्थ्य अधिकारियों के सामने चिंता का विषय था. ऐसे में कोरोना काल में डॉ. विजय बख्तार व्दारा कोरोना मरीजों पर सफलतापूर्वक उपचार किया गया था. बख्तार अस्पताल में कोरोना से मृत मरीजों की संख्या एक प्रतिशत से भी कम थी. डॉ. बख्तार व्दारा विशेष पद्बति न्यूरॉन इंस्टिट्यूट ऑफ एप्लाइड रिसर्च की सहायता से किए गए उपचार तीन नामांकित वेब ऑफ सायंस इकोबी की मान्यता प्राप्त हुई.
उनके व्दारा किया गया शोध विश्वविख्यात मेडिकल जर्नल्स में प्रकाशित किया गया. कोरोना मरीजों पर डॉ. बख्तार ने बेहतरीन उपचार कर सायटोकाइन को रोकने के लिए अनोखी उपचार प्रणाली से बडी संख्या में मरीजों की जान बचायी. तापमान में होने वाला बदलाव और सायटोकाइन की शुरुआत सीधे रक्तघटक, कोविड की गंभीरता और चिकित्सक घटको की पहचान कर उसका निदान कर मरीजों की जान बचायी थी.
उन्होंने अपने संशोधन में साबित किया और संशोधन से दुनियाभर को परिचित करवाया. उनकी इस सफलता पर उनका सत्कार किया गया. इस अवसर पर रिसर्च प्रमुख केतकी काले, टेक्निकल प्रमुख आशीष तराल एवं सहयोगी उपस्थित थे. डॉ. बख्तार व्दारा की गई खोज की सर्वत्र प्रशंसा की जा रही है.