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डॉ. बारहाते नए उपकुलपति

नूटा ने व्यक्त किया हर्ष, युवा सेना नाराज

* डीसीएम फडणवीस के हैं पडोसी और मित्र
अमरावती/दि.24- संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ के नए कुलगुरु के पद पर डॉ. मिलिंद बारहाते ही होंगे. आखिरकार राजभवन से मंगलवार को डॉ. मिलिंद बारहाते को ही नए कुलगुरु के तौर पर चयन कर लिया गया है. वे नागपुर के रहवासी है. नागपुर विद्यापीठ में भी व्यवस्थापन परिषद के सदस्य रहे डॉ. बारहाते के चयन पर नूटा ने जहां प्रसन्नता व्यक्त की. वहीं अमरावती में युवासेना ने यह कहते हुए उनकी नियुक्ति का विरोध किया है कि संभाग के पांच जिलों से कुलपति को कुलगुरु लायक व्यक्ति नहीं मिला? बहरहाल डॉ. बारहाते उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के पडोसी और सखा हैं. उनकी कुलगुरु के रुप में नियुक्ति की चर्चा अनेक दिनों से हो रही थी. मीडिया की वह अटकल सही सिद्ध हुई है.
* बुलढाणा के खामगांव में जन्म
डॉ. बारहाते सीपीएन बेरार कॉलेज के प्राचार्य हैं. नूटा के नेता डॉ. अरविंद बारहाते के सुपुत्र डॉ. मिलिंद ने 10 वर्षो तक एमबीए विभाग संयोजक के रुप में भी काम किया है. वे विवि अधिनियम समिति के सदस्य रहे हैं. 15 वर्षो तक तुलसीबाग शाखा में प्राचार्य रहे बारहाते का जन्म मूलरुप से बुलढाणा जिले के खामगांव में हुआ है.

* नई शिक्षा नीति और तिजोरी पर ध्यान
नए कुलगुरु ने नियुक्ति पश्चात पहली प्रतिक्रिया में कहा कि विद्यापीठ में नई शिक्षा नीति के प्रभावी क्रियान्वयन पर उनका बल रहेगा. उसी प्रकार विद्यापीठ की आर्थिक दशा सुधारने पर भी वे जोर देंगे. अमरावती मंडल से बातचीत में उन्होंने कुलगुुरु के रुप में चयन कर प्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि उनके अब तक के कार्यो की यह रसीद है. उनके पिता डॉ. अरविंद बारहाते के संस्कारों से यहां तक पहुंचने की बात भी डॉ. मिलिंद ने कही.

* विद्यापीठ विकास का दिया रोडमैप
डॉ. बारहाते ने बताया कि राज्यपाल के सामने साक्षात्कार दौरान उन्होंने अमरावती विवि विकास का पूरा प्रारुप प्रस्तुत किया. विद्यापीठ के प्राध्यापक और संशोधकों के रिक्त पदों की पूर्ति, आर्थिक स्थिति मजबूत करना और समाजाभिमुख प्रारुप तत्परता से अमल में लाना उनकी प्राथमिकता बतलाई. डॉ. मिलिंद ने बताया कि विद्यापीठ को संत गाडगेबाबा का नाम दिया गया है. गाडगेबाबा व्दारा निर्धारित सीमा में रहकर वे विवि का कामकाज देखेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि अमरावती विवि की विभिन्न समितियों पर पदाधिकारी के रुप में काम कर चुके हैं. अत: इस विषय में अनुभव का लाभ प्रत्यक्ष काम के दौरान मिलेगा.

* युवा सेना करेगी विरोध
युवा सेना के शहर जिलाध्यक्ष प्रवीण दिधाते ने अमरावती संभाग से बाहर के व्यक्ति को कुलगुरु बनाए जाने का विरोध कायम रहने की बात अमरावती मंडल से बातचीत में कही. किंतु दिधाते ने दोनों बाते कही, जिससे परिलक्षित हुआ कि उनका स्वर नरम पडा है. दिधाते ने कहा कि राज्यपाल के निर्णय को चुनौती नहीं दी जा सकती. फिर भी हमारा यह कहना था कि पांच जिलों में अमरावती विवि के उपकुलपति बन सके, ऐसे एक भी व्यक्ति कुलपति को नहीं मिले? दिधाते ने स्वर नरम करते हुए यह भी कहा कि नए कुलगुुरु से मुलाकात करेंगे. उनके कामकाज की योजना और शैली देखेंगे, उपरांत निर्णय करेंगे.

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