अमरावती

शादी की 50वीं सालगिरह पर डॉ. चांडक दंपति बने दुल्हा-दुल्हन

विवाह में बाराती बनकर नाचे बेटा, बेटी, दामाद

* विवाह की सभी रस्मे पूर्ण की
भातकुली/ दि.26 – सुप्रसिद्ध गव्हर्नमेंट वॅल्युअर, साप्ताहिक नागरिक पत्रकार प्रबंध संपादक तथा महेश अर्बन बैंक के अध्यक्ष समाजसेवी डॉ. राधेश्याम चांडक व उनकी धर्मपत्नी प्रमिला देवी अपने विवाह की 50वीं सालगिरह पर पुन: दुल्हा-दुल्हन बने. डॉ. चांडक का विवाह 20 मई 1972 को भातकुली में संपन्न हुआ था. विवाह को 50 वर्ष पूर्ण होने पर उनके बेटे संदीप चांडक, एड. प्रदीप चांडक, बेटी शीतल राठी ने इस अनोखे विवाह समारोह का आयोजन किया था और उन्होंने अपने माता-पिता को पुन: दुल्हा-दुल्हन बनाकर शादी की सारी रस्मे पूरी की.
इस अनोखे विवाह समारोह में संगीत संध्या में सभी करीबी रिश्तेदारों ने शामिल होकर संगीता संध्या का आनंद लिया. लोणटेक के सूर्यधाम से बारात रवाना हुई. बारात में सभी रिश्तेदार बैंड बाजे के साथ नाचते हुए विवाह मंडप में पहुंचे, जहां दुल्हन के भाई राजेंद्र मंत्री और सुनीता मंत्री ने बारात का स्वागत किया. इस अवसर पर जमकर आतीशबाजी की गई. विवाह की रस्मे अल्प समय में संगीतमय वातावरण में संपन्न करवायी गई. मंगलाष्टक के पश्चात वर-वधू ने एक दूसरे को जयमाला पहनाई.
विवाह समारोह में दुल्हा-दुल्हन परिवार की शांता दरक, कांता कलंत्री, चेतना मंत्री, रक्षा मंत्री, विद्या चांडक, पलक चांडक, मयंक चांडक, प्रथमेश राठी, देवेश राठी, उर्मिला बाहेती ने सहभाग लिया. आयोजन को सफल बनाने संदीप चांडक, एड. प्रदीप चांडक, अनूप मंत्री, योगेश मंत्री, संदेश मंत्री, दिनेश मंत्री, दिलीप मंत्री, जीतेंद्र भालेराव, प्रशांत मरोटकर, दामोदर झंवर, विजय निचल, विकास निचल, दर्शना वाडकर, कल्पना उके ने अथक प्रयास किए.

 

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