अमरावती / प्रतिनिधि दि.25 – भारतीय कवक संस्था चेन्नई द्वारा कवक शास्त्र विषय में बेहतर ढंग से संशोधन कार्य करने पर शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय में कार्यरत डॉ. दिलीप हांडे को फेलो बहुमान देकर सम्मानित किया गया.
हाल ही में संस्था की वार्षिक सभा व राष्ट्रीय परिषद पटियाला विद्यापीठ में आयोजीत की गई इस परिषद में देश-विदेश के 500 संशोधकों ने ऑनलाईन सहभाग लिया. परिषद में शामिल संशोधकों ने उनके संशोधन प्रस्तुत किये. संस्था प्रतिवर्ष कवक शास्त्र विषय में बेहतर कार्य करने पर व संस्था का प्रचार व प्रसार करनेवाले व्यक्ति को फेलो पुरस्कार से सम्मानित करती है. इस वर्ष इस पुरस्कार के लिए दिलीप हांडे का चयन किया गया. उनको प्रमाणपत्र देेकर गौरवान्वित किया गया. यह सम्मान विदर्भ के पहले व्यक्ति को प्राप्त हुआ है.
भारतीय कवक संस्था की स्थापना 1973 में विश्वविख्यात विशेषज्ञ सी. वी. सुब्रमण्यम ने चेन्नई में कवकशास्त्र का अभ्यास व प्रसार करने के लिए की. संस्था में देशभर के 530 संशोधक आजीवन सभासद है. यह संस्था प्रतिवर्ष भारत में वार्षिक सभा व राष्ट्रीय परिषद का आयोजन करती है. इस राष्ट्रीय परिषद में देश के कोने-कोने केे विविध विद्यापीठ, महाविद्यालय व संशोधन संस्थाओं से संशोधक हिस्सा लेते है. संशोधनों से प्रेरणा लेकर सभी संशोधक अपने संशोधन की दिशा ठहराते है. संस्था की 38 वीं वार्षिक सभा व राष्ट्रीय परिषद शिवाजी विज्ञान महाविद्यालय में वर्ष 2012 में सफलतम आयोजीत की गई थी.