समाजसेेवा को अनूठा आयाम दिया डॉ. गोविंद कासट ने
अमृत महोत्सव पर गणमान्यों का अभिष्टपूर्ण प्रतिपादन
* प्राचार्य डॉ. सुभाष गवई की ‘नाबाद-75’ किताब का हुआ विमोचन
अमरावती/दि.20- समाजसेवा के क्षेत्र में निस्वार्थ और समर्पित भाव से सालोसाल काम करते रहना कोई आसान बात नहीं है. ऐसा करते समय लोगों की अपेक्षाएं लगातार बढती जाती है. साथ ही कामों का दायरा भी विस्तारित होता जाता है. ऐसे में खुद उन कामों में जूटे रहने के साथ-साथ लोगों को भी अपने साथ जोडे रखना होता है और जनसंपर्क के दायरे को भी लगातार बढाते रहना होता है, ताकि समाजसेवा हेतु लिया गया संकल्प अनवरत चलता रहे. यह कार्य शहर के वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. गोविंद कासट द्वारा बडी सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया और उन्होंने समाज के वंचित व जरूरतमंद घटकों तक सहायता पहुंचाने हेतु हमेशा ही नई-नई कल्पनाओं का सहारा लिया. जिसे देखते हुए कहा जा सकता है कि, डॉ. गोविंद कासट ने सामाजिक सेवाकार्य के क्षेत्र को भी अपनी समर्पित व कल्पक सोच के जरिये एक नया आयाम दिया है. जिसके साथ जुडकर आज शहर में अनेकों लोग सामाजिक कार्य कर रहे है तथा जरूरतमंदों तक सहायता पहुंच रही है. जिसकी वजह से डॉ. गोविंद कासट द्वारा किये जानेवाले कार्य अब एक आंदोलन का रूप ले चुके है. इस आशय का प्रतिपादन गत रोज शहर के कई गणमान्यों द्वारा वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. गोविंद कासट के अमृत महोत्सवी जन्मदिवस पर आयोजीत कार्यक्रम में किया गया.
गत रोज स्थानीय राजापेठ पुलिस थाने के पीछे स्थित होटल ग्रेस इन में वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. गोविंद कासट के 75 वें जन्मदिवस के अवसर पर डॉ. गोविंद कासट मित्रमंडली द्वारा अमृत महोत्सवी कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें प्राचार्य डॉ. सुभाष गवई द्वारा संग्रहित ‘नाबाद-75’ नामक किताब का उपस्थित गणमान्यों के हाथों प्रकाशन व विमोचन किया गया. इस समय सभी उपस्थित गणमान्यों ने डॉ. सुभाष गवई द्वारा रचित किताब की भूरी-भूरी प्रशंसा करने के साथ ही वरिष्ठ समाजसेवी डॉ. गोविंद कासट को 75 वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में बधाई दी. साथ ही उन्हें स्वस्थ व दीर्घायू जीवन के लिए शुभकामनाएं दी.
आनंद परिवार के सदस्य तथा अ. भा. जैन संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुदर्शन गांग की अध्यक्षता में आयोजीत इस अमृत महोत्सवी कार्यक्रम में बतौर प्रमुख अतिथी पूर्व सांसद अनंत गुढे, पूर्व पालकमंत्री जगदीश गुप्ता, दैनिक अमरावती मंडल व मातृभुमि के संपादक एवं राजस्थानी हितकारक मंडल के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, विदर्भ मतदार के संपादक एड. दिलीप एडतकर, दैनिक हिंदुस्थान के प्रबंध संपादक विलास मराठे, अमरावती इविनिंग की संपादिका मधु बंग एवं सत्कारमूर्ति डॉ. गोविंद कासट उपस्थित थे. इस समय सभी उपस्थित गणमान्यों द्वारा 75 वें जन्मदिवस के उपलक्ष्य में डॉ. गोविंद कासट का शाल व पुष्पगुच्छ सहित मोतियों की माला पहनाकर सत्कार किया गया. पश्चात प्रदीप जैन की संकल्पना से प्रा. डॉ. सुभाष गवई द्वारा डॉ. गोविंद कासट के जीवनकार्यों की जानकारी व कार्यों से संबंधित चित्रों का संकलन करते हुए तैयार की गई ‘चित्रमय डॉ. गोविंद कासट’ नामक किताब का लोकार्पण किया गया. साथ ही डॉ. गोविंद कासट एवं उमा कासट का शाल, श्रीफल, स्मृतिचिन्ह व भेंट वस्तुएं प्रदान कर सम्मानित किया गया. इस अवसर पर आर्थिक रूप से कमजोर रहनेवाले कक्षा 10 वीं उत्तीर्ण छात्रा अनन्या क्षीरसागर को पूर्व सांसद अनंत गुढे द्वारा 10 हजार रूपये का धनादेश प्रदान करते हुए आर्थिक सहायता दी गई.
इस अवसर पर पूर्व लेडी गर्वनर डॉ. कमलताई गवई, उद्योजक धीरूभाई छांगाणी, नवलबाबू भूत, तपोवन संस्था के अध्यक्ष डॉ. अतुल आलसी, अभिनंदन बैंक के अध्यक्ष एड. विजय बोथरा, डॉ. रविंद्र कासट, शरद कासट, दिप्ती कासट, प्रदीप कासट, डॉ. शोभा रोकडे, विष्णु सोलंके, डॉ.सतीश तराल, सुभाष दुबे, विणा दुबे, विवेक सहस्त्रबुध्दे, मेघा बोबडे, शबाना परवीन, प्रभा अंभोरे तथा सरिता रामटेके सहित शहर के अनेकों गणमान्य बडी संख्या में उपस्थित थे.
* स्वीकृत पार्षद पद के लिए गोविंदभाऊ सही मायनों में हकदार
इस अवसर पर बतौर प्रमुख अतिथी अपने विचार व्यक्त करते हुए दैनिक अमरावती मंडल व मातृभुमि के संपादक तथा राजस्थानी हितकारक मंडल के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने कहा कि, आज के सत्कारमूर्ति गोविंदभाऊ कासट की 75 वर्ष में भी जिस तरह की सक्रियता है, उसे युवाओं के लिए प्रेरणादायी कहा जा सकता है. अपना पूरा जीवन सामाजिक कामों के लिए समर्पित कर चुके डॉ. गोविंद कासट अपने आप में एक निर्विवाद व्यक्तित्व है और उन्होंने कभी किसी तरह के पद या सम्मान की लालसा नहीं रखी. भले ही गोविंदभाऊ के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं व पदाधिकारियों से बेहतरीन संबंध है. लेकिन वे खुद पूरी तरह से गैर राजनीतिक व्यक्ति है. ऐसे में सभी राजनीतिक दलों के नेताओं व पदाधिकारियों की यह जिम्मेदारी बनती है कि, वे गोविंदभाऊ जैसे समर्पित सामाजिक व्यक्ति को स्वीकृत सदस्य के तौर पर महानगरपालिका के सदन का हिस्सा बनाये. संपादक अनिल अग्रवाल ने सदन को बताया कि, स्वीकृत पार्षद पद के लिए पहली शर्त ही यह रखी गई है कि, इस पद हेतु चुना जानेवाला व्यक्ति सामाजिक कार्यों के प्रति समर्पित होना चाहिए और इस समय अमरावती शहर सहित जिले में गोविंदभाऊ के जैसा कोई दूसरा समाजसेवी ही नहीं है. परंतु इसके बावजूद भी आज तक किसी भी राजनीतिक दल द्वारा स्वीकृत पार्षद के तौर पर गोविंदभाऊ के नाम का विचार ही नहीं किया गया. इसे इस शहर का दुर्भाग्य कहा जा सकता है. ऐसे में कम से कम मनपा के अगले चुनाव पश्चात अमरावती शहर के हितों को देखते हुए गोविंदभाऊ को मनपा का सर्वसम्मति के साथ स्वीकृत पार्षद बनाया जाना चाहिए.