डॉ. राहुल व ऋतिका लोखंडे दम्पति के जीवन ज्योति हॉस्पिटल का लोकार्पण
प्रदेश के पूर्व राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे की प्रमुख उपस्थिति
अमरावती/दि.17– विद्यार्थियों को शिक्षकों से जो ज्ञान प्राप्त होता है, उसके माध्यम से वे अच्छा इन्सान बनते हैं. वैद्यकीय क्षेत्र में स्नेहभाव के साथ भेदभाव की वृत्ति नहीं होनी चाहिए, जब कोई डॉक्टर निःस्वार्थ भाव से मरीज की सेवा करता है, उससे अच्छा बर्ताव करता है, अपनापन दिखाता है, तो वह मरीज माऊथ टू माऊथ उस डॉक्टर की पब्लिसिटी करता है, तो अपने आप ही उस डॉक्टर व उनकी सेवा का प्रचार-प्रसार होता है, यह प्रतिपादन पूर्व राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे ने किया.
राजापेठ क्षेत्र के कंवर नगर मार्ग पर स्थित महानुभाव आश्रम के सामने विस्तारित व अत्याधुनिक सुविधा से लैस जीवन ज्योति हॉस्पिटल का पूर्व राजस्व मंत्री एकनाथ खडसे के हाथों उद्घाटन किया गया. लोकार्पण समारोह में डॉ. पंजाबराव देशमुख स्मारक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के अधिष्ठाता डॉ. ए. टी. देशमुख की अध्यक्षता में जॉय हॉस्पिटल मुम्बई के संचालक डॉ. रॉय पाटणकर, एनकेपी सालवे इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस नागपुर के पूर्व प्राध्यापक डॉ. बी. एस. गेडाम, डॉ. बिलकिसन, रघुनाथ खडसे आदि प्रमुखता से उपस्थित थे. एकनाथ खडसे ने कहा कि, हॉस्पिटल के विस्तार के लिए राहुल व ऋतिका को ढेरों बधाई देते हैं. दोनों ही किसान के पुत्र हैं और किसान परिवार में वैद्यकीय शिक्षा ग्रहण करना चुनौतीपूर्ण होता है. ऐसी स्थिति में भी राहुल व ऋतिका ने अपनी पढ़ाई पूर्ण कर खुद के अस्पताल की शुरुआत की, उसे आगे बढ़ाया यह उल्लेखनीय है. दोनों को भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं. डॉ. राय पाटणकर ने कहा कि, जिस समय डॉ. राहुल मेरे पास पढ़ाई व प्रैक्टिस कर रहा था. उसकी सादगी देखकर मुझे डर लगा रहता था कि वह असल जीवन में अपने क्षेत्र में आगे कैसे बढ़ पायेगा, लेकिन जब ऋतिका उसके जीवन में आई, उसके साथ खड़ी रही, तब उसे स्थायित्व प्राप्त हुआ है. अच्छे डॉक्टर बनने से पहले एकअच्छा इन्सान बनना जरूरी है.
डॉ. बी.एस. गेडाम ने कहा कि, मैं राहुल का शिक्षक था. वह कड़ी मेहनत के साथ हमेशा आगे बढ़ता रहा है. ग्रामीण क्षेत्र से आकर उसने अच्छी शिक्षा ग्रहण की है. अब तक जो सेवा नागपुर में नहीं मिल पाती थी, उसके लिए मुम्बई जाना पड़ता था. लेकिन अब वैद्यकीय सेवा का विस्तार हुआ है. जिसके कारण अमरावती में भी कई वैद्यकीय सेवा मिलने लगी है. बिलकिसन ने कहा कि, दौर बदल रहा है. उसके अनुसार खुद में बदलाव करना यह अपने आप में परिवर्तन का सही अर्थ है. डॉ. ए. टी. देशमुख ने कहा कि, अमरावती में अब जिनके पास अरबों की संपत्ति है. वही कापतिट अस्पताल का निर्माण कर सकता है. एक सामान्य डॉक्टर अब यह सपना भी नहीं देख सकता. ऐसी परिस्थिति में खुद के हॉस्पिटल का निर्माण का उसे विस्तार देना यह अपने आप में बड़ी उपलब्धि है. जिससे न केवल मरीजों को सेवाएं मिलेंगी बल्कि किफायती खर्च में इलाज हो पायेगा. आने वाले समय में सरकारी अस्पतालों का ऐसा विकास जरुरी होने की बात कहते हुए उन्होंने कहा कि, अब विदेशों की तुलना भारत में मिलने वाली स्वास्थ्य सेवा किफायती होने से लोग स्वास्थ्य की दृष्टि से भारत लौट रहे हैं. इस सेवा को और भी अधिक बलशाली बनाने हमें विविध शाखाओं को एकत्रित करना होगा, ऐसी सलाह उन्होंने दी.
नये जीवन ज्योति हॉस्पिटल में न मरीजों को सभी प्रकार की सर्जरी जैसे ओपन हर्निया, हाइड्रोसील, थायरॉईड, स्तन की गांठ, कर्करोग, हिस्टेरेक्टॉमी, शरीर पर आने वाली सूजन व गांठ की शल्यक्रिया के अलावा लेजर पाइल्स सर्जरी, हेमोरायडोपेक्सी, लैटरल स्फिंक्टोरोटॉमी, फिस्टुला, स्पेडल्ड ट्रान्सनल रेसेक्शन ऑफ द रेस्टम, पायलोनिडमल साइंस, लेपरोस्कोपिक शल्यक्रिया, लेपरोस्कोपिक एन्टी रिफ्लेक्स शल्यक्रिया, डायग्नोस्टिक एन्डोस्कोपी, स्टापलर द्वारा पाइल्स सर्जरी, स्टार सर्जरी, लेजर वेरिकोज व्हेन सर्जरी जैसी सुविधा का लाभ मिलेगा. इसके अलावा नेत्र विभाग में बच्चों से जुड़े फैकोइमल्सिफिकेशन के साथ प्रीमियम, स्क्विंट करेक्शन सर्जरी, ऑर्बिट एंड ऑक्युलर प्लास्टी सेवा, कांचबिंदु, रेटिना, न्यूरो ऑप्थाल्मोलॉजी, ऑथोंष्टिक थेरेपी, पेटेरिमियम उत्सर्जन, जांच, पोटोसिस में सुधार, बोटॉक्स इंजक्शन जैसी सुविधाएं दी जायेंगी. विशेष यह कि, इसके लिए फेको की यूनाइटेड स्टेट से लाई गई सर्जरी मशीन द्वारा बच्चों की आंखों का इलाज किया जायेगा. जीवन ज्योति हॉस्पिटल खापर्डे बगीचा परिसर में केवल 5 बेड का था, लेकिन अब कंवर नगर मार्ग पर स्थित नये जीवन ज्योति हॉस्पिटल का 4 हजार स्वे. फिट में निर्माण किया गया है. जो 5 मंजिला इमारत में स्थित है. यह 3500 स्वे. फिट में स्वतंत्र पार्किंग व्यवस्था के साथ 20 बेड की व्यवस्था, 2 ऑपरेशन थिएटर, मॉड्यूलर थिएटर के साथ सभी प्रकार के रुम व उनमें एयर कूलिंग की व्यवस्था की गई है. जिसके कारण अब यह अत्याधुनिक रुप के साथ तैयार हॉस्पिटल मरीजों को और भी बेहतर सुविधा प्रदान करेगा. लोकार्पण समारोह में मान्यवरों द्वारा फीता काटकर अस्पताल का शुभारंभ किया गया. बता दें कि, 7 वर्ष पूर्व खापर्डे बगीचा परिसर में स्थित जीवन ज्योति हॉस्पिटल का लोकार्पण भी एकनाथ खडसे के हाथों हुआ था. कार्यक्रम में डॉ. राहुल व डॉ. ऋतिका लोखंडे (खडसे) के साथ उनके परिवार से मंत्री एकनाथ खडसे, मंदा खडसे, बाबाराव लोखंडे, वीणा लोखंडे, रघुनाथ खडसे, रीता खडसे, मनीष लोखंडे, रोमिल खड़से, तुषार लोखंडे, स्नेहल डेहनकर, सूरज डेहनकर के साथ पूर्व मंत्री डॉ. सुनील देशमुख, डॉ. गुणवंत डहाणे के साथ शहर के वैद्यकीय क्षेत्र के गणमान्य उपस्थित थे. सभी ने लोखंडे दम्पति को शुभकामनाएं दी. कार्यक्रम का संचालन प्रीती सोलीव ने किया. आभार सूरज डेहनकर ने माना.