डॉ. इंगोले के शक्तिमान रोटरी इंजन शोध को पेटंट
अमरावती/दि.6 – वरिष्ठ संशोधक डॉ. वी.टी. इंगोले के कम वजन के शक्तिमान घूमनेवाले इंजन के संशोधन को भारत सरकार की पेटंट संस्था ने हाल ही में मंजूरी दी है. पिछले कई वर्षो के अथक प्रयासों के बाद उनके ग्रीन सर्कल रिसर्च सेंटर की प्रयोगशाला में यह खोज की है. यह रोटरी इंजन परंपरागत पिस्टन और वांकेल इंजन से अलग है. वजन कम होने के बाद भी इसकी क्षमता आम इंजनों से 16 गुना अधिक है.
इस खोज की खूबी यह है कि इस इंजन का वजन केवल 20 प्रतिशत है. वह पेट्रोल, डीजल के अलावा हाईड्रोजन, इथेनॉल, मिथेन जैसे मानव निर्मित इंधन पर भी काम कर सकता है. इस इंजन की क्षमता परंपरागत इंजन की तुलना में 16 गुना अधिह है. इसके उपयोग से प्रदूषण कम होगा ही साथ ही कम वजन के कारण प्राकृतिक संसाधनों की बचत होगी वह अन्य वाहनों के अलावा विमान, हेलीकॉप्टर और ड्रोन में सहज उपयोग किया जा सकता है. इस महत्वपूर्ण खोज के लिए डॉ. वी.टी इंगोले का सभी ओर अभिनंदन किया जा रहा है.
अब तक नाम पर है 35 पेटंट
सुविख्यात संशोधक डॉ. इंगोले के नाम पर अब तक कुल 35 पेटंट दर्ज किए गये है. अन्य संशोधन की मंजूरी की प्रक्रिया शुरू है. इस क्रांतिकारी खोज के कारण भारतीय औद्योगिक संस्थाओें को मेक इन इंडिया के तहत भारी प्रोत्साहन मिलने का विश्वास जताया जा रहा है.