डॉ. मनमोहन सिंह ने विदर्भ को दिये थे 2250 करोड रुपए
किसान आत्महत्याग्रस्त 6 जिलों हेतु घोषित किया था विशेष पैकेज
* विदर्भ क्षेत्र के किसानों को मिली थी भरपूर आर्थिक सहायता
अमरावती/दि.30– दो दशक पूर्व जब विदर्भ में किसान आत्महत्याओं की समस्या को लेकर स्थिति काफी गंभीर बनी हुई थी. तब तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह 30 जून 2006 को अमरावती जिले के धामणगांव रेल्वे तथा वर्धा जिले के वायगांव पहुंचे थे और उन्होंने आत्महत्या कर चुके किसानों के विधवा पत्नियों के साथ मुलाकात करते हुए उनका धाडस बंधाया था. साथ ही साथ सिंचाई प्रकल्पों हेतु 2250 करोड रुपयों के साथ ही बीज बदल हेतु 350 करोड रुपए तथा दुधारु जानवर खरीदकर पूरक व्यवसाय शुरु करने हेतु 50 फीसद अनुदान पर 400 करोड रुपए का विशेष पैकेज भी घोषित किया था. जिसके चलते किसान आत्महत्याग्रस्त विदर्भ क्षेत्र के 6 जिलों के किसानों को एक तरह से आर्थिक सहायता और जीवन जीने का आधार मिला था. गत रोज पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हो जाने के चलते विदर्भ क्षेत्र के किसानों द्वारा उनसे जुडी यादों को ताजा किया गया.
बता दें कि, धामणगांव रेल्वे स्थित आदर्श महाविद्यालय में 30 जून 2006 को डॉ. मनमोहन सिंह ने आत्महत्या कर चुके 26 किसानों की विधवा पत्नियों से मुलाकात की थी और उन्हें अंगणवाडी सेविका व सहायिका पद की परीक्षा में 10 अतिरिक्त अंक देकर सरकारी सेवा में शामिल किया गया था और किसानों के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विशेष पैकेज भी घोषित किया था. उस समय किसान विधवाओं की व्यथा व समस्याओं को सुनकर डॉ. मनमोहन सिंह काफी भावूक एवं व्यथित भी हो गये थे. विशेष पैकेज घोषित करने हेतु आयोजित कार्यक्रम में तत्कालीन केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार, मुख्यमंत्री विलासराव देशमुख, उपमुख्यमंत्री आर. आर. पाटिल, राज्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, पालकमंत्री डॉ. सुनील देशमुख, कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रभा राव एवं धामणगांव रेल्वे क्षेत्र के तत्कालीन विधायक प्रा. वीरेंद्र जगताप ने विदर्भ के दौरे पर आये तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का धामणगांव रेल्वे में स्वागत किया था.