जीते जागते भगवान हैं डॉ. मुरके दंपत्ति
संपादक अनिल अग्रवाल के गौरवोद्गार

* गोकुलम गौरक्षण संस्था, स्वस्ती श्री फाउंडेशन मुंबई, जन कल्याण मुंबई का संयुक्त आयोजन
* नांदुरा बुं. में उमडे सैकडों किसान, पशु प्रेमी
* नागपुर और अमरावती संभाग के चिकित्सकों द्बारा सेवा
अमरावती /दि.14- आज के दौर में लोग माता-पिता की सेवा करने से भी कतराते हैं. उस समय में डॉ. मुरके दंपत्ति मूक प्राणियों की भरपूर सेवा कर रहे हैं. उनकी चिकित्सा करवा रहे हैं. ऑपरेशन करवा रहे हैं. विविध रोगों से मुक्ति दिला रहे हैं. इसलिए कह सकते हैं कि वे जीते जागते भगवान बन गये हैं. इस आशय के गौरवोद्गार दैनिक अमरावती मंडल के संपादक और राजस्थानी हितकारक मंडल के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने व्यक्त किए. वे रविवार को नांदुर बुं. में गोकुलम गौरक्षण संस्था में पशुओं के लिए आयोजित स्वास्थ्य शिविर में बोल रहे थे.
मंच पर भारतीय जैन संगठन के ट्रस्टी सुदर्शन गांग, गौरक्षण संस्था के पूर्व अध्यक्ष जगदीश बाबू अग्रवाल, अमरावती मंडल के संपादक और राजस्थानी हितकारक मंडल के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल, गौरक्षण संस्था के अध्यक्ष एड. आरबी अटल, पं. देवदत्त शर्मा, स्वस्ती फाउंडेशन के अध्यक्ष राजकुमार जाजू, जनकल्याण ग्रुप की अध्यक्षा हर्षा बेन सावला, गोकुलम के अध्यक्ष डॉ. हेमंत मुरके आदि विराजमान थे.
जेब से रोज हजारों खर्च
अनिल अग्रवाल ने आगे कहा कि विविध संस्थाओं मेें काम हो रहा है. अमरावती में इस प्रकार का प्रचलन भी है. जिसमें लोगों से चंदा एकत्र कर सेवाभाव के कार्य नानाविध संस्थाएं और उनके पदाधिकारी कर रहे हैं. डॉ. मुरके दंपत्ति बिलकुल अपवाद हैं. डॉ. मुरके दंपत्ति अपनी जेब से रोज हजारों रूपए खर्च कर मूक प्राणियों की सेवा का यह श्लाघनीय उपक्रम चला रहे हैं. निश्चित ही अभिनंदन के पात्र हैं. घर लुटाकर सेवा करनेवाले ऐसे लोग समाज में बिरले होते हैं. अनिल अग्रवाल ने अपने परिवार के कुछ लोगों की पावन स्मृति में गोकुलम को दिए गये आर्थिक योगदान का आइंदा उल्लेख न करने की विनती भी गोकुलम के यशस्वी संचालकों से की. उन्होंने कोरोना महामारी का 40 लाख के डोनेशन का किस्सा भी बतलाया.
257 पशुओं की सर्जरी
इस समय मुख्य अतिथि सुदर्शन गांग, पं. देवदत्त शर्मा के भी समयोचित संबोधन हुुए. जिससे उपस्थितों को निश्चित ही प्रेरणा मिली. डॉ. हेमंत मुरके ने प्रस्तावना में बताया कि आज के चिकित्सा शिविर में 257 पशुओं की स्वास्थ्य जांच कर विविध रोगों से मुक्ति के लिए सर्जरी और ऑपरेशन किए जा रहे हैं. जिसके लिए अमरावती और नागपुर संभाग के चिकित्सकों का महत्वपूर्ण योगदान प्राप्त हैं.
करूणा मुरके, मोंगा का सत्कार
कार्यक्रम में डॉ. करूणा मुरके और अन्य का उनके सेवाभाव एवं योगदान हेतु सत्कार किया गया. उसी प्रकार संपादक अग्रवाल ने भाकड गायों को कटने से बचाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा देनेवाले अजीत पाल मोंगा का विशेष उल्लेख किया. आयोजकों ने मोंगा का भी शानदार अभिनंदन, सत्कार किया. अनिल अग्रवाल ने कहा कि मोंगा ने आज तक सैकडों भाकड गायों को कटने से बचाया है.
* शिविर सफल बनाने योगदान
शिविर को यशस्वी करने स्वस्ती श्री त्रिवेणी फाउंडेशन मुंबई की श्रीमती प्रतिभा जाजू, अभिषेक जाजू, जनकल्याण ग्रुप की श्रीमती दीप्ती बेन छेडा, वीणा बेन, इंदुबेन, श्वेता बेन, डॉ. करूणा मुरके, ममता अजमिरे, कु. नेहा जैन, अभिषेक मुरके, रवि मुरके, किशोर देशमुख आदि का महत्वपूर्ण योगदान रहा. संचालन विनय बोथरा ने किया. बडी संख्या में नगर के गणमान्य इस समय उपस्थित थे.