अमरावतीमहाराष्ट्र

डॉ. पंकज घुंडियाल का चेन्नई में रेडिओलॉजी पर संबोधन

26 वें वार्षिक सम्मेलन में बढाया अमरावती का मान

* देश के हजारों रेडिओलॉजिस्ट सहभागी
अमरावती/दि.3– शहर सहित पूरे विदर्भ में विख्यात घुंडियाल रेडियोडायग्नोस्टिक सेंटर (जीआरडीसी) के संचालक पंकज घुंडियाल ने 23 से 26 जनवरी तक चेन्नई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में आयोजित 23 वें एओसीआर (एशियाई ओसियनियन कांग्रेस ऑफ रेडियोलॉजी) और 77 वें आईआरआईए (इंडियन रेडियोलॉजिकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन) के वार्षिक सम्मेलन में रेडियोलॉजी और नैतिकता विषय पर देश और दुनिया के 7 हजार विशेषज्ञों को संबोधित कर अमरावती शहर का नाम रोशन कर दिया.
उल्लेखनीय है कि, डॉ. घुंडियाल ने लगातार 26 वें वर्ष में इस सम्मेलन को संबोधित किया है. उन्होंने बताया कि, वे अमरावती में अपने रेडियोलॉजी की प्रैक्टिस शुरु करने के बाद से यानि 1999 से 2025 तक एक रेडियोलॉजी एसोशिएशन के प्रत्येक वार्षिक सम्मेलन में कभी राष्ट्रीय फैकल्टी, अध्यक्ष, आयोजक, क्विज मास्टर के रुप में प्रत्येक राष्ट्रीय आईआरआईए वार्षिक सम्मेलन में भाग लेने के लिए स्वयं को बेहद धन्य और आभारी महसूस करते है. उन्होंने कहा कि, एक संकाय सदस्य के रुप में इस वार्षिक कार्यक्रम में भाग लेना और विश्व के तीसरे सबसे बडे अंतरराष्ट्रीय रेडियोलॉजी सम्मेलन में समय की आवश्यकता वाले विषय रेडियोलॉजी और नैतिकता पर बोलना मेरे लिए अत्यंत सम्मान और बहुत गर्व का क्षण था.
डॉ. घुंडियाल ने बताया कि, 23 से 26 जनवरी 25 तक चेन्नई वर्ल्ड ट्रेड सेंटर में आयोजित 23 वें एओसीआर (एशियाई ओशियनियन कांग्रेस ऑफ रेडियोलॉजी) और 77 वें आईआरआईए (इंडियन रेडियोलॉजिकल एंड इमेजिंग एसोसिएशन) के वार्षिक सम्मेलन में दुनिया भर से 7 हजार विशेषज्ञ एक साथ आए. रेडियोलॉजी के क्षेत्र में सम्मानित शिक्षकों, वरिष्ठों, गुरुओं, पुराने और नए दोस्तों, सहकर्मियों के साथ-साथ विश्व प्रसिद्ध आइकनों के साथ जुडना, ज्ञान का आदान-प्रदान करना और रेडियोलॉजी के लिए सभी के साझा जुनून के के साथ जुडना वास्तव में एक अद्वितीय और अमूल्य अनुभव था. डॉ. घुंडियाल ने कहा कि, इस रेडियोलॉजी महाकुंभ को शानदार और अविस्मरणीय सफल बनाने में उनके सराहनीय प्रयासों के लिए एओसीआर और आईआरआईए आयोजन टीमों को बधाई और शुभकामनाएं. यह ऐसे क्षण हैं जो रेडियोलॉजिस्ट होने के हमारे जुनून और उद्देश्य को बढाते है. अब मैं 2026 में हैदराबाद में होनेवाले अगले आईआरआईए वार्षिक सम्मेलन का उत्सुकता से इंतजार कर रहा हूं. डॉ. घुंडियाल ने बताया कि, इस कांफ्रेंस में नई तकनीक पर आधारित नई मशीनों से भी सभी को डेमो दिया गया. इस दौरान उन्होंने कार्डिएक सिटी एंजियोग्राफी वर्कशॉप को उन्होंने अटेंड किया. उन्होंने कहा कि, यह मशीन 7 करोड की है और इसके जरिए बिना किसी माइनर ऑपरेशन के ढाई सेकंड में ब्लाकेज का पता चल जाता है. डेमो काफी सक्सेसफुल रहा. घुंडियाल रेडियोडायग्नोस्टिक सेंटर द्वारा जल्द ही इस मशीन को अमरावती में लाया जाएगा. उन्होंने कहा कि, इस जांच में एआई का बडा रोल है जो हार्ट की चार-पांच मेन नसों में ब्लाकेज का पता कुछ ही सेकंड में लगा लेती है. उन्होंने कहा कि, इस कांफ्रेंस में एक्सरे की खोज करनेवाले और रेडियोलॉजी के संस्थापक के रुप में जाने जानेवाले विल्हेल्म कॉनराड रॉन्टजेन की प्रतिकृति प्रदान कर सम्मान किया गया.

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