शिवचरित्र पर डॉ. प्रकाश वाघमारे के व्याख्यान
स्व. दत्तात्रय पुसदकर महाविद्यालय का आयोजन
नांदगांव /दि.30– नांदगांव पेठ में स्व. दत्तात्रय पुसदकर कला महाविद्यालय के इतिहास विभाग की ओर से शिवाराज्याभिषेक समारोह को साढेतीन सौ साल पूरे हो रहे है. इस निमित्त से छत्रपति शिवराय के जीवन और कार्य इस विषय पर हिंगोली जिले के आखाडा बालापुर में नारायणराव वाघमारे महाविद्यालय के इतिहास विभाग प्रमुख तथा सुप्रसिध्द शिव अभ्यासक डॉ. प्रकाश वाघमारे के व्याख्यान संपन्न हुए. महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ. पी. आर. जाधव की अध्यक्षता में हुए इस व्याख्यान में स्वामी रामानंद तीर्थ मराठावाडा विद्यापीठ नांदेड में इतिहास अभ्यास मंडल के अध्यक्ष डॉ. राहुल वरवंटीकर यह प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
शिवचरित्र पर व्याख्यान कार्यक्रम की शुरूआत महाविद्यालय के इतिहास विभाग प्रमुख डॉ. गोविंद तिरमनवार ने प्रास्ताविकता से व्याख्यान के आयोजन की भूमिका स्पष्ट कर वक्ताओं और प्रमुख अतिथियों का परिचय दिया. इसके बाद प्रमुख वक्ता डॉ. प्रकाश वाघमारे ने अपने व्याख्यान से शिवचरित्र के विविध पहलुओं का अभ्यासपूर्ण विवेचन इस समय किया. इसके साथ ही उन्होंने शिवराया के अराजकीय क्षेत्र की कामगिरी पर प्रकाश डाला. शिवाजी राजे यह सच्चे अर्थो में सर्वसामान्य और सभी जाति के धर्म के लोगों के हित के लिए कार्य करनेवाले लोक कल्याणकारी राजा थे. ऐसा मत उन्होंने इस समय व्यक्त किया. व्याख्यानमाला में प्रमुख अतिथि के रूप में डॉ. राहुल वरवंटीकर ने भी इस समय विचार व्यक्त किए. व्याख्यान के अध्यक्ष डॉ. पी. आर जाधव ने अध्यक्षीय मनोगत से डॉ. प्रकाश वाघमारे के अभ्यासपूर्ण व्याख्यानमाला के संबंध में उनका विशेष आभार माना और उनके अभ्यासपूर्ण व्याख्यान से उपस्थितों को ज्ञान प्रदान किया. कार्यक्रम का संचालन और आभार प्रदर्शन डॉ. सुभाष पवार ने माना. कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रा. राजेश ब्राह्मणे, डॉ. श्रीकांत माहुलकर, डॉ. सुनीता बालापुरे, डॉ. विकास अडलोक, डॉ. पंकज मोरे, डॉ. जगदीश हेंडवे, प्रा. लुंबिनी गणवीर, राकेश कोरेकर, राहुल शेगांवकर, प्रा. दशरथ कुरूडे, प्रा. अमर कोंडापलकुलवार, कविता बोरकर, शिक्षकेत्तर और राहुल पांडे और विद्यार्थी उपस्थित थे.