सिनेट चुनाव में नूटा का वर्चस्व कायम
भाजपा व आरएसएस प्रणित शिक्षण मंच के अध्यक्ष प्रदीप खेडकर पराजित
* नूटा के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण रघुवंशी विजयी
* व्यवस्थापन प्रतिनिधि निर्वाचन क्षेत्र से हर्षवर्धन देशमुख और मोतीसिंह मोहता निर्वाचित
अमरावती/दि.23- संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ के सिनेट, विद्या परिषद और अभ्यासमंडल प्राधिकरण के चुनाव की मतगणना जारी हैं. सिनेट के 39 सदस्यों के लिए हुए चुनाव मेें पहले से ही 2 सीटों निर्विरोध होने और 1 सीट उम्मीदवार न मिलने से रिक्त रहने के कारण 36 सीटों के लिए हुए चुनाव के नतीजे आना शुरु हो गए हैं. प्राप्त हुए नतीजों के मुताबिक भाजपा व आरएसएस प्रणित शिक्षक मंच का सफाया और नूटा संगठन का वर्चस्व कायम रहता नजर आ रहा हैं. नूटा संगठन के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण रघुवंशी प्राचार्य निर्वाचन क्षेत्र से निर्वाचित हुए हैं. इसी तरह व्यवस्थापन प्रतिनिधि क्षेत्र से शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख और एड. मोतीसिंह मोहता निर्वाचित हुए हैं.
संत गाडगे बाबा अमरावती विद्यापीठ के सिनेट चुनाव के नतीजे 22 नवंबर की मध्यरात्री के बाद 1 बजे से आना शुरु हो गए हैं. इसमें अभी तक हाथ आए नतीजों के मुताबिक नागपुर युनिवर्सिटी टिचर्स एसोसिएशन ने शानदार सफलता प्राप्त करते हुए अभी तक 26 सीटों पर जीत हासिल करते हुए, शिक्षण मंच का सफाया कर दिया हैं. शिक्षण मंच को अब तक प्राप्त हुए नतीजों में सिनेट चुनाव में केवल 4 सीटों पर जीत हासिल हुई हैं. शिक्षण मंच के नेतृत्व के लिए यह सबसे बडा झटका माना जा रहा हैं. सिनेट चुनाव की मतगणना के नतीजे देर रात से घोषित होना शुरु हुआ. शुरुआत में प्राचार्य निर्वाचन क्षेत्र के 9 में से 7 सीटों पर संत गाडगेबाबा परिक्षेत्रिय प्राचार्य फोरम ने जीत हासिल की. इसमें सर्वसाधारण संवर्ग से फोरम के अध्यक्ष डॉ. आर.डी. सिकची सर्वाधिक 27 वोट लेकर पहले ही राउंड में निर्वाचित हुए. पश्चात फोरम के डॉ. निलेश गावंडे, डॉ. देवेंद्र गावंडे, डॉ. सुनील पांडे तथा शिक्षण मंच के डॉ. संजय खेरडे ने कोटा पूर्ण करते हुए जीत प्राप्त की हैं. ओबीस संवर्ग से फोरम के डॉ. अंबादास कुलट, अनुसूचित जाति आरक्षित सीट पर शिक्षण मंच के डॉ. सुभाष गवई, डीटी/एनटी आरक्षित सीट के लिए फोरम के डॉ. विजय नागरे, महिला आरक्षित संवर्ग से फोरम की डॉ. आरधना वैद्य निर्वाचित हुई हैं. इसी तरह व्यवस्थापन प्रतिनिधि निर्वाचन क्षेत्र में सर्वसाधारण संवर्ग से नूटा समर्थित उम्मीदवार शिवाजी शिक्षण संस्था के अध्यक्ष हर्षवर्धन देशमुख, राम देवसकर, शिक्षण मंच के उम्मीदवार एड. मोतीसिंह मोहता, डॉ. अशोक चव्हाण विजयी हुए हैं. इसी निर्वाचन क्षेत्र में महिला आरक्षित संवर्ग से शिक्षण मंच की उम्मीदवार वीरा मांडवकर को पराजीत करते हुए नूटा समर्थित उम्मीदवार मीनल निलेश गावंडे ने जीत हासिल की हैं.
विद्यापीठ शिक्षण निर्वाचन क्षेत्र की 3 सीटों में से नूटा की डॉ. मनीषा कुडापे पहले ही निर्विरोध निर्वाचित हुई हैं. शेष 2 सीटों पर नूटा के डॉ. संदीप वाघुले और डॉ. जागृती बारब्धे ने जीत हासिल की हैं. इस कारण विद्यापीठ ने नूटा ने शिक्षण मंच का सफाया कर दिया हैं. 10 शिक्षक प्रतिनिधि निर्वाचन क्षेत्र में ओबीसी संवर्ग के प्रतिष्ठा के माने गए चुनाव में नूटा के डॉ. सुभाष गावंडे ने 741 मतो से शिक्षण मंच की अध्यक्ष प्रा. प्रदीप खेडकर को पराजित करते हुए जीत प्राप्त की. डीटी/एनटी संवर्ग से नूटा के विजय कापसे, अनुसूचित जाति आरक्षित संवर्ग से डॉ. रविंद्र मुुंदे, अनुसूचित जनजाति आरक्षित सीट पर हरिदास धुर्वे तथा महिला संवर्ग से प्रा. अर्चना बोबडे भारी मतो से निर्वाचित हुए हैं. इसी तरह शेष सर्वसाधारण 5 सीटों में से 2 सीटों के नतीजे घोषित हुए हैं. जिसमें सर्वाधिक 541 वोट लेकर नूटा के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप रघुवंशी निर्वाचित हुए हैं. दूसरे राउंड में निर्दलिय डॉ. संतोष बनसोड ने जीत हासिल की. शेष 3 सीटों के लिए तीसरे राउंड की मतगणना फिलहाल जारी हैं. स्नातक निर्वाचन क्षेत्र मे महिला संवर्ग से नूटा की उम्मीदवार मयूरी जवंजाल निर्वाचित हुई हैं. इस कारण कुल 26 सीटे अभी तक नूटा ने प्राप्त की हैं. नूटा ने इस चुनाव में एकतरफा जीत प्राप्त की हैं.
* शिक्षण मंच के प्रमुख बुरी तरह पराजित
शिक्षण मंच के महाराष्ट्र राज्य के प्रांताध्यक्ष प्रा. प्रदीप खेडकर को प्राध्यापक शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से 741 मतों से पराजित होना पडा. साथ ही मंच के महिला संवर्ग की प्रांताध्यक्ष डॉ. मीनल ठाकरे, महामंत्री प्रा. मनोज आखरे को भी बडे अंतर से नूटा के उम्मीदवार की तरफ से पराजय का सामना करना पडा. संपूर्ण राज्य में शिक्षण मंच का नेतृत्व करने वाले दिग्गज नेता को खुद की सीट भी बचाते नहीं आ सकी. इस कारण यह पराजय शिक्षण मंच के लिए काफी बूरी हार मानी जा रही हैं.
* शिक्षण मंच को पछाडने सब हुए एकजुट
विद्यापीठ के राजनीती में दो महत्व के नेतृत्व माने जाने वाले प्रा. दिनेश सूर्यवंशी तथा डॉ. संतोष ठाकरे ने शिक्षक मंच को पछाडने के लिए इस चुनाव में काफी परिश्रम किया. साथ ही नूटा के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण रघुवंशी के शानदार नेतृत्व और नूटा की राजनीतिक शक्ति, विचार और शिक्षण व्यवस्था के अभ्यास के कारण शिक्षण मंच का नेतृत्व फिका पडा. विद्यापीठ के सभी राजनीतिक एकजुट होने से शिक्षण मंच को इस चुनाव में हार का सामना करना पडा हैं.
* विद्यापरिषद में भी सफाया
सिनेट के साथ विद्या परिषद के चुनाव में भी नूटा के उम्मीदवार प्रा. एम.एम. पिंपले, डॉ. वर्षा सुखदेवे, डॉ. जीवन पवार, डॉ. नितिन चांगोले, संजीव जगताप, डॉ. संजय देशमुख ने सभी 6 सीटो पर जीत हासिल कर इस चुनाव में शिक्षण मंच का सफाया कर दिया. विद्या परिषद चुनाव में सभी 6 सीट नूटा को मिलने से विद्यापीठ के व्यवस्थापन परिषद पर 2 सीट निर्विरोध नूटा के हिस्से में जाने वाली हैं.