डॉ. महेन्द्र राय को नॅनोसायन्स विशेषज्ञ का मानांकन
गुगल द्वारा दिया जानेवाला है यह महत्वपूर्ण सम्मान
अमरावती प्रतिनिधि/दि.३ – संत गाडगेबाबा अमरावती विद्यापीठ की बायोटेक्नॉलॉजी विभाग के पूर्व विभाग प्रमुख व प्रसिध्द संशोधक प्रोफेसर ऑफ ईमेरिट्स डॉ. महेन्द्र राय को गुगूल द्वारा प्रकाशित होनेवाले अत्यंत प्रतिष्ठित समझी जानेवाली भारतीय उत्तम शास्त्रज्ञ को सूचित नॅनोसायन्स नॅनोटेक्नॉलॉजी इस संशोधन क्षेत्र में तीसरे नंबर का उत्तम शास्त्रज्ञ के रूप में मानांकन दिया गया. विदर्भ ही नहीं तथा पूरे महाराष्ट्र मेें डॉ.राय यह केवल शास्त्रज्ञ के रूप में जाने जाते है. जिनका इस सम्मान के लिए चयन हुआ है.
डॉ. राय का चयन अमरावती विद्यापीठ और संपूर्ण विदर्भ के लिए अभिनंदनीय व यहां के संशोधको के लिए उपयुक्त रहेगी. डॉ. राय को यह वैश्विक स्तर पर संशोधन अतिशय प्रतिष्ठित संशोधक के रूप में ख्यातिप्राप्त है. डॉ. राय कीे बायोटेक्नॉलॉजी विषय पर चालीस के ऊपर पुस्तके प्रकाशित हुई है. दुनिया के प्रसिध्द विद्यापीठ में संदर्भ ग्रंथ के रूप में पढ़ी जाती है. संशोधन क्षेत्र में डॉ.राय का कार्य असाधारण है. उनके १२० से ऊपर शोध निबंध स्प्रिंगर, इल्सवेअर, सी.आर.सी. टेलर एड.फ्रान्सिस ऐसे आंतरराष्ट्रीय दर्जे की साहित्य में प्रकाशित हुई है. परिणाम स्वरूप उनका संशोधन में एच इंडेक्स यह ३५ से अधिक रहा है.
डॉ. राय को उनके संशोधन कार्यो के लिए कितने ही आंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने पुरस्कृत किया है. इसमें टी.ए. मथायस पुरस्कार, मेडिनी अवॉर्ड , डी. लिट आदि उल्लेखनीय है. डॉ. राय का एक आंतरराष्ट्रीय ख्याति का शिक्षक के रूप में प्रसिध्द है.वे ब्राझील, इटली, पोलंड, हंगेरी,स्वीजरलैंड के विद्यापीठ के विजिटींग प्रोफेसर है. निवृत्ति के बाद भी उनका अध्यापन व संशोधन कार्य निरंतर शुरू है. आज भी आंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपयोगी रहनेवाले संशोधन कार्य आगे ले जा रहे हैे.
डॉ. राय यह एक उत्तम शिक्षक, जिज्ञासू संशोधक और निखल सामाजिक रहनेवाले अत्यंत संवेदनशील सद्हृदयी व्यक्ति के रूप में शिक्षा क्षेत्र में अमरावतीवासियों से परिचित है. आंतरराष्ट्रीय दर्जा प्राप्त करने से उनका सभी ओर अभिनंदन किया जा रहा है.